उत्तर प्रदेश, राजनीति

विकास के आयामों को बंद करती थीं पिछली सरकारें, डबल इंजन सरकार कर रही नव सृजन: सीएम योगी

विकास के आयामों को बंद करती थीं पिछली सरकारें, डबल इंजन सरकार कर रही नव सृजन: सीएम योगी
  • नए साल में नई गति से विकास पथ पर आगे बढ़ेगा उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें जहां विकास के आयामों, उद्योगों, कारखानों को बंद करने और उन्हें बेचने में लगी रहती थीं, वहीं भाजपा की डबल इंजन सरकार नव सृजन और नया निर्माण कर विकास का माहौल बनाने में जुटी हुई है। मिसाल के तौर पर गोरखपुर के बंद खाद कारखाने और पिपराइच की बंद चीनी मिल को देखा जा सकता है। पूर्व की सरकारों ने जहां इसे बंद कर दिया था और बेचने की तैयारी में थीं, वहीं डबल इंजन की सरकार ने इन्हें फिर से चला कर दिखा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार में नए साल में उत्तर प्रदेश नई गति से विकास पथ पर आगे बढ़ेगा। यहां नौकरी और रोजगार के अवसर और तेजी से बढ़ेंगे और यहां के युवाओं को कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

सीएम योगी नए साल के दूसरे दिन गुरुवार को गोरखपुर में रोड कनेक्टिविटी, किसान हित और खाद्य एवं दवा सुरक्षा से जुड़ी 1533 करोड़ रुपये की नौ विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने 1478 करोड़ 80 लाख 68 हजार रुपये के चार विकास कार्यों का शिलान्यास तथा 53 करोड़ 73 लाख 66 हजार रुपये के पांच विकास कार्यों का लोकार्पण किया। जनता इंटर कॉलेज चरगांवा में हुए समारोह में सीएम ने कहा कि विकास की ये परियोजनाएं आने वाले समय मे नए गोरखपुर का दर्शन और भी सशक्त रूप में कराएंगी।

समाज और देश की अमानत थे इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चे

सीएम योगी ने डबल इंजन सरकार में आए बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि एक समय समाजवादी पार्टी की सरकार में इंसेफेलाइटिस से बड़े पैमाने पर बच्चों की मौतें होती थीं। यह बच्चे समाज और देश की अमानत थे लेकिन जाति के नाम पर समाज को बांटने का पाप करने वालों ने इसके बारे में तनिक भी नहीं सोचा। इंसेफेलाइटिस से करने वाले 90 प्रतिशत बच्चे दलित और अल्पसंख्यक समाज के थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इंसेफलाइटिस की बीमारी को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है।

आज हो रहे आधुनिक गोरखपुर के दर्शन

सीएम योगी ने कहा कि आज का गोरखपुर आधुनिक भारत के आधुनिक उत्तर प्रदेश के आधुनिक गोरखपुर का दर्शन करा रहा है। जबकि सपा की सरकार में गोरखपुर में बिजली नहीं मिलती थी, लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलती थीं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज खुद बीमार हो गया था तो लोगों का बेहतर इलाज कैसे करता। 1990 में सपा और कांग्रेस सरकार ने गोरखपुर के खाद कारखाना को बंद कर दिया। पिपराइच की चीनी मिल बंद ही नहीं थी बल्कि इसे बेचने की तैयारी की जा रही थी। सड़कों की दशा ऐसी थी कि पता ही नहीं चलता था कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है। रामगढ़ताल गंदगी का ढेर बना हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है तो रामगढ़ताल पर्यटन का नया केंद्र बन गया है। गोरखपुर का खाद कारखाना और पिपराइच की चीनी मिल दोबारा चालू हो गई है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था सुदृढ़ हो गई है और गोरखपुर में एम्स भी शुरू हो गया है। हर तरफ टूलेन, फोरलेन और सिक्सलेन की रोड कनेक्टिविटी है। उन्होंने कहा कि गोड़धोईया नाला का कार्य पूर्ण होते ही जलभराव की समस्या का भी स्थायी समाधान हो जाएगा।

गोरखपुर में पांच साल में धरातल पर उतरे निवेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कार्य करने का जज्बा होना चाहिए। समाज के प्रति जवाबदेही का जज्बा होगा तो सभी समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज गोरखपुर में की पिपराइच की चीनी मिल चल रही है, खाद कारखाना चल रहा है, गोरखपुर में चिड़ियाघर भी खुल गया है। गोरखपुर में लखनऊ, वाराणसी सहित सभी तरफ से शानदार रोड कनेक्टिविटी है। विकास होने से रोजगार के नए-नए अवसर भी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में पांच साल में 15 से 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश धरातल पर उतर चुका है। उद्योग लगने से हजारों युवाओं को रोजगार की गारंटी मिली है। आज गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय हैं, वेटरिनरी कॉलेज भी बन रहा है।

यह वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। इसकी शुरुआत विकास कार्यों से हो रही है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में बन रहे वेटरिनरी कॉलेज से जहां पशुपालन का प्रशिक्षण प्राप्त होगा तो वहीं कुशीनगर में कृषि विश्वविद्यालय बन रहा है। इससे कृषि की पढ़ाई के साथ किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकी का प्रशिक्षण सुलभ होगा। गोरखपुर के नवीनीकृत कृषि विद्यालय में भी किसानों को नए तौर तरीकों को सीखने का मौका मिलेगा।

विकास और विरासत के संरक्षण के प्रति संकल्पित है सरकार

सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार विकास और विरासत के संरक्षण से जुड़कर पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करती है। यह सरकार विकास और विरासत के संरक्षण के प्रति संकल्पित है। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक प्रयागराज में सदी का पहला महाकुंभ आयोजित होने जा रहा है। यह मुहूर्त 144 साल के बाद आया है। प्रयागराज महाकुंभ के लिए सरकार ने भव्य व्यवस्था की है। यहां देश और दुनिया के श्रद्धालु आकर उत्तर प्रदेश की आतिथ्य सेवा का नया अनुभव प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष अयोध्या में 500 वर्षों के इंतजार के बाद भगवान रामलला विराजमान हुए थे। इस वर्ष महाकुंभ के आयोजन के साथ उत्तर प्रदेश विकास और विरासत से जुड़कर पूरी दुनिया को आकर्षित करेगा।

विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए डबल इंजन सरकार आवश्यक

सभी लोगों को ईस्वी सन 2025, आगामी खिचड़ी मेला और महाकुंभ की शुभकामनाएं देते है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समस्याओं के समाधान और विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए डबल इंजन सरकार आवश्यक है। विकास की तीव्र प्रक्रिया तभी संभव है जब केंद्र और प्रदेश में समान विचारधारा की सरकार हो। उन्होंने कहा कि विकास से जुड़ने के लिए हमें आत्म अनुशासन को भी अपनाना होगा। शासन की योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे, इसमें सबकी सहभागिता होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास का मंत्र भी इसीलिए है कि हर वंचित, गरीब, किसान, महिला, युवा को योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के प्राप्त हो। डबल इंजन की सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। उम्मीद है कि विकास और विरासत की यात्रा में जनता का आशीर्वाद डबल इंजन सरकार के साथ बना रहेगा।

सीएम योगी ने इन विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण

  • -राजकीय कृषि विद्यालय चरगांवा में नवीन प्रशासनिक भवन (लागत- 9.88 करोड़ रुपये)

  • -राजकीय कृषि विद्यालय चरगांवा में किसान हॉस्टल प्रशासनिक भवन (लागत- 9.08 करोड़ रुपये)

  • -नथमलपुर में क्षेत्रीय जन विश्लेषक प्रयोगशाला (लागत- 24.44 करोड़ रुपये)

  • -राप्ती नदी पर नौसढ़ से कालेसर तक गोरखपुर रोड के समानांतर स्थित तटबंध पर 6 किलोमीटर की लंबाई में सुदृढ़ीकरण (लागत- 10.28 करोड़ रुपये)

इन विकास परियोजनाओं का सीएम के हाथों हुआ शिलान्यास

  • -लखनऊ-गोरखपुर मार्ग, अप स्ट्रीम पर स्थित राप्ती नदी सेतु एनएच-28 के राजघाट पर अतिरिक्त दो लेन के नदी सेतु, पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य एवं भूमि अध्याप्ति कार्य (लागत- 103.93 करोड़ रुपये)

  • -लखनऊ-गोरखपुर मार्ग, डाउन स्ट्रीम पर स्थित राप्ती नदी सेतु एनएच-28 के राजघाट पर अतिरिक्त दो लेन के नदी सेतु, पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य एवं भूमि अध्याप्ति कार्य (लागत- 118 करोड़ रुपये)

  • -गोरखपुर-पिपराइच मार्ग का 19.485 किमी लंबाई में फोरलेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण (लागत- 917 करोड़ रुपये)

  • -चारफाटक-असुरन मार्ग का 2.60 किमी लंबाई में फोरलेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण (लागत- 279 करोड़ रुपये)

  • -गोरखपुर-खजनी-सिकरीगंज मार्ग का 13 किमी लंबाई में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण (लागत- 60.58 करोड़ रुपये)

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