पीलीभीत: पीलीभीत जिले में तीन खालिस्तानी आंतकवादियों के पंजाब और पीलीभीत पुलिस की टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया था। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की टीम बुधवार को पीलीभीत पहुंची। टीम मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, एटीएस की टीम को पूरे घटनाक्रम में खालिस्तानी आतंकियों की मदद करने वाले लोगों की तलाश है।
खालिस्तानी आतंकियों की पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ की पूरी जांच बड़े अधिकारी कर रहे हैं। बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा खुद पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। एनआईए और एटीएस की टीम घटनास्थल के साथ-साथ आरोपियों के भागने के रूट की भी जानकारी ले रही है। पीलीभीत में इन तीनों के रुकने का इंतजाम किसने किया, इसकी भी जांच की जा रही है।
पीलीभीत और पंजाब पुलिस ने किया था एनकाउंटर
बता दें कि पीलीभीत और पंजाब पुलिस ने 23 दिसंबर की सुबह तड़के खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के तीन आतंकियों का एनकाउंटर किया था। आतंकियों ने 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था। आतंकियों के पास से 2 एके-47 राइफल, 2 ग्लॉक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे।
मारे गए आतंकियों की शिनाख्त गुरदासपुर निवासी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई थी। एनकाउंटर करने वाली टीम के एक अफसर ने बताया कि पंजाब पुलिस को पहले से अनुमान था कि आतंकियों के पास बड़े हथियार हैं। इसलिए पीलीभीत के एसपी अविनाश पांडे ने लॉन्ग रेंज वेपंस के साथ जवानों को साथ लिया। पुलिस और आतंकियों के बीच करीब आधे घंटे में 100 राउंट से ज्यादा फायरिंग हुई। अधिकतर फायरिंग आतंकियों ने की।