नई दिल्ली: हेमा कमेटी रिपोर्ट सामने आने के बाद एक तरफ जहां मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में उथल-पुथल मची हुई है तो वहीं दूसरी तरफ एक सीनियर एक्टर ने बॉलीवुड की पोल खोल दी है। ‘राजी’ में आलिया भट्ट के पिता ‘हिदायत खान’ की भूमिका निभाने वाले रजित कपूर ने बॉलीवुड को लेकर कुछ ऐसे खुलासे किए हैं, जो बॉलीवुड की हकीकत बयां करते हैं। अभिनेता ने बॉलीवुड में एक्टर्स को शोषित किए जाने और पे पैरिटी पर बड़ा खुलासा किया है। रजित कपूर के अनुसार, इंडस्ट्री में सपोर्टिंग या साइड एक्टर्स को कम पैसे या फिर बिना पेमेंट के काम करने के लिए मजबूर किया जाता है और पेमेंट दी भी जाती है तो कभी समय पर नहीं दी जाती।
रजित कपूर ने खोली बॉलीवुड की पोल
अनफिल्टर्ड बाय समदीश में बातचीत के दौरान रजित कपूर ने इंडस्ट्री के स्ट्रक्चर्ड सिस्टम की कमी को संबोधित किया और इसे पे डिसपैरिटी का सबसे बड़ा कारण बताया। उन्होंने बताया कि कास्टिंग एजेंसियां, जो लगभग पांच साल से मौजूद हैं ने भी इसमें कोई खास फर्क नहीं डाला है। कास्टिंग एजेंसियों से पहले डायरेक्टर और असिस्टेंट डायरेक्टर्स पर एक्टर्स के चुनाव की जिम्मेदारी थी। ऐसे में अक्सर उन्हें अधर में छोड़ दिया जाता था, पेमेंट के किसी आश्वासन के बिना कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था।
सपोर्टिंग एक्टर्स को फीस के लिए कराया जाता है इंतजार
रजित कपूर ने इस बात पर भी जोर दिया कि जबकि एक्टर्स को लंबे समय तक अपने वेतन के भुगतान का इंतजार करना पड़ता है, इसके बाद भी उनके मुआवजे की वकालत करने वाला कोई नहीं था, जिसके कारण शोषण से भरी व्यवस्था कायम हो गई। वह कहते हैं- “आज भी शोषण हो रहा है। भले ही आप 20,000 रुपये के लायक हों, वे कहेंगे, ‘अगर आप ये करना चाहते हैं, तो 10,000 रुपये में करें। नहीं तो ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जो एक अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’ ऐसा आज भी होता है।’
कास्टिंग एजेंसियों के आने के बाद भी नहीं हुआ सुधार
ये पूछे जाने पर कि क्या कास्टिंग एजेंसियों के के आने से इंडस्ट्री में कोई सुधार हुआ है? तो जवाब में रजित कपूर ने कहा कि ‘प्रोफेशनलिज्म के दिखावे के बावजूद, स्थिति काफी हद तक जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि ‘जहां कॉर्पोरेट कर्मचारियों को 7 से 15 दिनों के अंदर पे कर दिया जाता है, वहीं अभिनेता अक्सर अपने पेमेंट के लिए 90 दिनों तक इंतजार करते रहते हैं।’ साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर वह इसे लेकर किसी निर्माता के खिलाफ खड़े होने की कोशिश भी करें तो भविष्य में काम गंवाना पड़ सकता है।
सपोर्टिंग एक्टर्स के लिए मेकर्स के पास नहीं होते पैसे
दिग्गज अभिनेता ने इंडस्ट्री के अंदर फाइनें वित्तीय असमानताओं के बारे में भी बात की। अभिनेता के अनुसार, लीड एक्टर्स को जहां अक्सर फिल्म के बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मिलता है, वहीं सपोर्टिंग एक्टर्स से कहा जाता है, “हमारे पास पैसा नहीं है।” उन्होंने ऐसी स्थितियों पर अपनी प्रतिक्रिया दोहराई। “धन्यवाद। जब तुम्हारे पास पैसे हों तो मुझे बुला लेना। मेरा समय बर्बाद मत करो।”