UP News: मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, वाराणसी और प्रयागराज सहित प्रदेश के पांच जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। प्रयागराज में गंगा-यमुना का पानी 1200 घरों में घुस चुका है। 5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मोहल्ले में नाव चल रही है।
इधर, वाराणसी में बारिश से दीवार ढह गई। हादसे में 3 लोग घायल हो गए। काशी के 500 मंदिर गंगा में डूब गए हैं। अब गलियों में पानी जाने लगा है। बलिया और गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। नदी किनारे बसे लोगों के घरों में पानी घुस गया है। लखनऊ, जौनपुर समेत प्रदेश के 10 जिलों में रुक-रुक बारिश हो रही है।
16 अगस्त तक ऐसे ही रहेगा मौसम
काशी से लेकर अयोध्या तक बादल छाए हैं। गाजीपुर में बारिश से मकान ढह गया है। हालांकि, मकान में रहने वाले 5 लोग समय रहते घर से बाहर निकल गए थे। नोएडा में इतनी बारिश हुई कि सड़कों पर 1 फीट पानी भर गया है। आज 27 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। 16 अगस्त तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा।
24 घंटे में 11.2 MM बारिश
शुक्रवार को प्रदेश के 60 जिलों में 11.2 MM बरसात हुई, जोकि नॉर्मल से 58% ज्यादा है। बाराबंकी में सबसे ज्यादा 61 MM बारिश हुई। 1 जून से अब तक 383.1 MM बारिश हुई, जो कि नॉर्मल 10 प्रतिशत कम है।
प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आज यूपी में पूर्वांचल वाले हिस्से में डीप डिप्रेशन जैसी कंडीशन बन हुई है। साइक्लोन की तरह से हवा रोटेट कर रही है। इसलिए पूरे दिन मौसम ठंडा और बारिश वाला बना रहेगा। धूप नहीं दिखाई देगी। वाराणसी से लेकर गोरखपुर, अयोध्या, सीतापुर और प्रयागराज तक घने बादल छाए हुए हैं। इसके अलावा, वेस्ट यूपी के मुरादाबाद के आसपास बारिश जैसी स्थिति है।
पांच दिन में शहर की ओर बढ़ सकती है गंगा की धारा
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, अभी बारिश की काफी उम्मीदें हैं। ऐसे में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, हर बार 20 अगस्त तक बाढ़ जैसी कंडीशन बनती थी, लेकिन इस बार हिमालय में मूसलाधार बारिश ने गंगा में बाढ़ बड़ी तेजी से ला दिया। वाराणसी की बात करें 15 अगस्त तक जलस्तर 70 मीटर से ज्यादा हो सकता है। गंगा की धारा शहर की सड़कों तक आ सकती है।