बरेली: उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बोर्ड को भंग करने की मांग की है। मौलाना ने मंगलवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि बोर्ड में बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता। वक्फ संपत्तियों की देख-रेख के नाम पर सिस्टम का शोषण हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यह विवाद वक्फ संशोधन बिल 2025 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद और बढ़ गया है। बिल दोनों सदनों से पारित हो चुका है। इसमें 1960 और 2012 के पुराने कानूनों में संशोधन किए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बिंदुओं पर संशोधन के निर्देश दिए हैं।
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष पर भी गंभीर आरोप
मौलाना रजवी के अनुसार, लखनऊ में वक्फ बोर्ड कार्यालय की हर ईंट पैसे मांगती है। एक छोटी मस्जिद या कब्रिस्तान की कमेटी बनवाने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। बिना रिश्वत के फाइलें आगे नहीं बढ़तीं। उन्होंने वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पर राजनीतिक संरक्षण का आरोप भी लगाया। उनका कहना है कि वर्तमान अध्यक्ष समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी हैं। वे पिछले 18 वर्षों से विभिन्न सरकारों में पद पर बने हुए हैं।