- दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग (यूपी) ने नेतृत्व में हुआ आयोजन, प्रमुख सचिव रहे मौजूद
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के निर्देश पर ‘सुगम्य प्रदेश उत्तर प्रदेश’ के उद्घोष के साथ दिव्यांगों की सुगम्यता संबंधी जन जागरूकता पदयात्रा ‘सुगम्य यात्रा 2025’ का आयोजन किया गया। सुभाष चन्द शर्मा (प्रमुख सचिव, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, यूपी) के नेतृत्व में पदयात्रा का आयोजन एवं समापन हुआ। प्रोफेसर हिमांशु शेखर झा (राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन, उत्तर प्रदेश) द्वारा सभी जिलों में आयोजित कार्यकम का समन्वय व पर्यवेक्षण किया गया।
सुगम्य यात्रा अभियान दिव्यांगजन के लिए सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा शुरू किया गया एक देशव्यापी अभियान है। दिव्यांगजन के लिए सार्वभौमिक पहुँच प्राप्त करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान के रूप में देश की राजधानी नई दिल्ली में सुगम्य यात्रा अभियान को शुरू किया गया। इसी क्रम में दिव्यांगों की सुगम्यता संबंधी जन जागरूकता पदयात्रा सुगम्य यात्रा 2025 का आयोजन दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग (यूपी) एवं अन्य अनुषंगी हितधारकों तथा-न्यायालय राज्य आयुक्त दिव्यांगजन (यूपी) व सीआरसी लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
सुगम्य यात्रा 2025 लोहिया पार्क, गेट नं 2 से प्रारम्भ होकर शिरोज रेस्तरां, पहुंची। एसिड अटैक विक्टिम महिलाओं द्वारा चलाये जा रहे शिरोज रेस्तरां में ही इस यात्रा का समापन हुआ। जन जागरूकता पदयात्रा में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, (उप्र) के विभागीय अधिकारी, स्वैच्छिक गैर सरकारी संगठन, बचपन डे केयर सेन्टर एवं विशेष विद्यालयों के अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थी, इन संस्थाओं के प्रधानाचार्य व शिक्षकवृंद, सामाजिक कार्यकर्ता तथा जनपद के अन्य व्यक्त्तियों सहित लगभग 250 प्रतिभागी सम्मिलित हुए, जिनका नेतृत्व सुभाष चन्द शर्मा द्वारा किया गया। उत्तर प्रदेश द्वारा सभी जिलों में आयोजित इस कार्यक्रम मॉनीटरिंग प्रोफेसर हिमांशु शेखर झा द्वारा की गई।
इसका लक्ष्य उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में कम से कम 40 सबसे महत्वपूर्ण सरकारी भवनों के अभिगम्यता ऑडिट (सोशल आडिट) करते हुए पूरी तरह से सुलभ भवनों में परिवर्तित करना है। भवनों के बाधारहित वातावरण का मूल्यांकन करने के लिए कर्नाटक की एपीडी टीम द्वारा विकसित ‘यस टू एक्सेस’ ऐप के माध्यम से प्रदेश की राजधानी में जिन स्थानों का आज सोशल आडिट किया गया उनमें डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, विकास भवन, लखनऊ मेट्रो आदि प्रमुख रहे।