उत्तर प्रदेश, राजनीति

वाराणसी के जासूस तुफैल का चार मुस्लिम देशों में नेटवर्क, पुलिस-ATS निकाल रही मोबाइल बैकअप

वाराणसी के जासूस तुफैल का चार मुस्लिम देशों में नेटवर्क, पुलिस-ATS निकाल रही मोबाइल बैकअप

वाराणसी: वाराणसी में पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद तुफैल की कुंडली खंगालने में जुटी एटीएस (ATS) के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। तुफैल के मोबाइल का बैकअप अब पुलिस-एटीएस के लिए सबसे मजबूत आधार बनेगा। इसकी बैकअप चैट से एटीएस ने करीब 70% डेटा रिकवर कर लिया है। इससे सूचनाओं के बड़ी संख्या में भेजे जाने का साफ जिक्र है। इसमें पता चला कि उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर केवल पाकिस्तान ही नहीं, चार मुस्लिम देशों से नेटवर्क फैला है।

वॉट्सऐप और फेसबुक पर इन तमाम देशों के लोगों से उसने बात की है। फोटो-वीडियो भी भेजे गए हैं। तुफैल का 100% बैकअप मिलते ही पता चल जाएगा कि अब तक पाक समेत विदेश को कितना डेटा भेजा है। तुफैल को पाकिस्तानी सैनिक की पत्नी ने हनीट्रैप में फंसा लिया था। उससे घंटों कॉल पर बात होती थी। पाकिस्तानी महिला वीडियो कॉल पर काशी को देखती। तुफैल महिला को दो बार साड़ी-सूट जैसे गिफ्ट भी नेपाल और पंजाब के रास्ते पाकिस्तान भेज चुका था।

विदेशी दोस्‍तों ने किया किनारा

उधर, तुफैल पर एटीएस के शिकंजा कसने की खबर मुस्लिम देशों तक पहुंच गई है। उसके विदेशी दोस्तों ने किनारा कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद अब 19 में से 7 ग्रुप से उसे रिमूव या ब्लॉक कर दिया गया है। इन ग्रुप में अधिकांश चैट या हिस्ट्री को भी डिलीट किया गया है। हालांकि, ATS क्लोन चैट को सहेजकर रखे हैं।

फेसबुक से पाक सैनिक की पत्नी के करीब पहुंचा तुफैल

एटीएस की जांच में सामने आया कि पाकिस्तान के सैनिक की पत्नी फैसलाबाद की निवासी नफीसा खान के नक्शबंदी सिलसिला कलाम पढ़कर तुफैल को फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई। जब नफीसा को पता चला कि उसकी विचारधारा में कोई भारत और वाराणसी से जुड़ा है तो नंबर भी शेयर कर दिया।

तुफैल और नफीसा के बीच पहले बातचीत का दौर फेसबुक मैसेंजर पर चला, फिर कॉल, चैट और वीडियो कॉल भी होने लगी। चंद दिनों में तुफैल पूरी तरह से उसके प्रेम में फंस गया। फिर क्या, नफीसा को भारत के बारे में जानने की रुचि बढ़ गई। उसने पाकिस्तान में एक ग्रुप में उसका नंबर जुड़वाया तो वॉट्सऐप पर पाकिस्तान के कई लोग जुड़ गए।

पाकिस्तानी महिला बाबरी सहित कई मिशन याद दिलाती

पाकिस्तान के कट्टर इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक दल तहरीक-ए-लब्बैक के मौलाना साद रिजवी की अलगाववादी विचारधारा से प्रभावित तुफैल को नफीसा ने जासूस यानी स्पाई बनाकर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। उससे वाराणसी, यूपी और देशभर की गतिविधियों पर हर दिन चर्चा करती और बाबरी समेत कई मिशन को याद दिलाती।

तुफैल की मुलाकात कन्नौज और पंजाब की यात्रा के बाद कुछ ऐसे लोगों से हुई कि वह पाकिस्तान के कट्टर इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक दल तहरीक-ए-लब्बैक के मौलाना साद रिजवी की अलगाववादी विचारधारा से प्रभावित हो गया। उसने नफीसा को वॉट्सऐप ग्रुप, फेसबुक और अन्य माध्यमों से भारत की संवेदनशील सूचनाएं भेजी।

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