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उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन का होगा गठन

उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन का होगा गठन
  • एक वर्ष में देश के अंदर एक लाख और विदेशों में 25 से 30 हजार निजी रोजगार के अवसर दिलाने का लक्ष्य 

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए ‘उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन’ के गठन के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया। इस मिशन का उद्देश्य न केवल राज्य के युवाओं को देश में रोजगार उपलब्ध कराना है, बल्कि उन्हें विदेशों में भी नियोजन के अवसर दिलाना है वह भी अब सीधे राज्य सरकार के माध्यम से। कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार के इस निर्णय की जानकारी दी गई। वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि बैठक में कुल 30 प्रस्तावों को अनुमोदन प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह दूरदर्शी पहल न केवल प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाएगी, बल्कि उत्तर प्रदेश को भारत का वैश्विक मानव संसाधन आपूर्ति केंद्र (ग्लोबल एचआर हब) बनाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगी। यह मिशन राज्य सरकार के उस वादे की पुष्टि करता है जिसमें कहा गया था “हर हाथ को काम और हर हुनर को सम्मान।”

हर हाथ को काम देने के संकल्प को मिलेगी नई ताकत

कैबिनेट बैठक के बाद श्रम मंत्री अनिल राजभर ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक सेवायोजन विभाग केवल रोजगार मेलों और सेवायोजकों के माध्यम से राज्य के बेरोजगार युवाओं को अवसर दिला रहा था। लेकिन अब उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन के गठन के साथ हम देश और विदेश दोनों स्तरों पर अपने युवाओं को सीधी नौकरी दिला सकेंगे। उन्होंने बताया कि मिशन का लक्ष्य एक वर्ष में देश में एक लाख और विदेशों में 25 से 30 हजार युवाओं को सेवायोजित करने का रखा गया है।

विदेशी रोजगार में अब नहीं लेनी पड़ेगी अन्य संस्थाओं की मदद

अनिल राजभर ने बताया कि अब तक विदेशों में रोजगार के लिए राज्य को रिक्रूटिंग एजेंट (आरए) लाइसेंसधारी एजेंसियों पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन मिशन के गठन के साथ ही सरकार स्वयं आरए का लाइसेंस प्राप्त कर सकेगी, जिससे अब बेरोजगारों को सीधे विदेशों में रोजगार पर भेजा जा सकेगा। श्रम मंत्री ने यह भी बताया कि वैश्विक स्तर पर उत्तर प्रदेश की मैनपावर खासकर पैरा मेडिकल, नर्सिंग स्टाफ, ड्राइवर्स, कुशल श्रमिकों की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह मिशन राज्य की उस क्षमता को दिशा और अवसर देने का माध्यम बनेगा।

मिशन की प्रमुख गतिविधियां

  • देश-विदेश में रोजगार मांग का सर्वेक्षण

  • प्रतिष्ठित कंपनियों की सूची तैयार कर उनसे मांग एकत्र करना

  • स्किल गैप का आकलन और आवश्यक प्रशिक्षण

  • भाषा प्रशिक्षण और प्रि डिपार्चर ओरिएंटेशन

  • करियर काउंसलिंग और कैम्पस प्लेसमेंट

  • प्लेसमेंट के बाद सहायता व फॉलोअप सेवा

मिशन की संगठनात्मक संरचना

उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन का गठन एक उच्च स्तरीय संस्था के रूप में किया जा रहा है, जो सोसायटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत होगी। इसके संचालन के लिए पांच प्रमुख इकाइयां गठित की जाएंगी

  • शासी परिषद

  • राज्य संचालन समिति

  • राज्य कार्यकारिणी समिति

  • राज्य कार्यक्रम प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू)

  • जिला कार्यकारिणी समिति

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