लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने एटीएम बूथ के बाहर खड़े होकर लोगों का एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गैंग के पांच सदस्यों को गोसाईंगंज से गिरफ्तार किया है। आरोपी अपना जिला बदलकर घटना को अंजाम देते थे। इनके पास से 75 एटीएम कार्ड, नगदी व एक कार बरामद हुई है। एसटीएफ गैंग के अन्य नेटवर्क की तलाश कर रही है।
इन गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहनगंज थाना कोतवाली देहात प्रतापगढ़ निवासी ज्ञानेंद्र शुक्ल पुत्र चन्द्रमणि शुक्ल, जेठवारा प्रतापगढ़ निवासी उमेश यादव पुत्र हरिकेश यादव, हंडिया प्रयागराज निवासी रोशन सिंह पुत्र कामबहादुर सिंह, शिवप्रकाश सिंह और विपेंद्र सिंह पुत्र रणविजय सिंह के रूप में हुई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है, जो उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर आदि राज्यों से एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के खाते से पैसा निकाल लेते थे।
ऐसे एटीएम बदलकर निकालते थे पैसे
इस गिरोह द्वारा यह काम काफी समय से किया जा रहा था। गिरोह के सदस्य एटीएम बूथ में घुसकर पैसा निकालने वाले लोगों के पीछे खड़े हो जाते थे। किसी भी तरीके से उनका पिन कोड देख लेते थे। जिसके बाद उन्हें धक्का देकर या अन्य किसी बहाने से उनका ध्यान भटकाकर उनका कार्ड बदल लेते थे। दूसरे एटीएम बूथ में जाकर उनका पूरा पैसा निकाल लेते थे। यह गैंग लंबे समय से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा था और हर बार अपना इलाका बदल देता था, जिससे पकड़ से बचा जा सके।
कब्जे से क्या-क्या मिला?
- 15 एटीएम कार्ड (अलग-अलग बैंक के
- वार मोबाइल
- 5 हजार रुपये कैन
- एक मारुति प्रोन्स कार (UP3205827)
इन धाराओं में मुकदमा दर्ज
लखनऊ के गोसाईगंज थाना में इन आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें BNS की धाराएं 3 (5), 61(2) (A), 112, 313, 317(2) और 318(2) शामिल हैं। जो संगठित अपराध, धोखाधड़ी, साजिश और वित्तीय अपराधों से संबंधित हैं। स्थानीय पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और इनके पुराने अपराधों की पड़ताल कर रही है। बैंक रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी विश्लेषण के जरिए गिरोह के पूरे नेटवर्क को उजागर करने का प्रयास जारी है।