लखनऊ: यूपी में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (RO-ARO) की प्रारंभिक परीक्षा में रविवार (27 जुलाई) को 10.76 लाख अभ्यर्थी एग्जाम देंगे। आज सुबह 8 से 8:45 बजे तक एंट्री दी गई। एंट्री गेट पर सख्ती से चेकिंग की गई। प्रवेश पत्र और पहचान पत्र देखने के बाद ही एंट्री दी गई। बायोमेट्रिक चेकिंग भी की गई। परीक्षा केंद्रों में देरी से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया।
2382 केंद्रों पर सुबह 9:30 से दोपहर 12:30 बजे तक परीक्षा होगी। कानपुर में महिला अभ्यर्थियों की कान की बाली और चेन उतरवा ली गई। इसके अलावा पुरुष अभ्यर्थियों का कलावा भी उतरवा लिया गया। पानी की बोतल और गाड़ी की चाबी ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। गाजियाबाद में पुरुष अभ्यर्थियों की बेल्ट उतरवाई गई। प्रयागराज में एक युवक व्हीलचेयर से एग्जाम देने पहुंचा।
लखनऊ में AI से निगरानी
राजधानी लखनऊ में जिलाधिकारी कार्यालय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए निगरानी की जा रही है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। परीक्षार्थियों के मोबाइल जमा करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। डीएम विशाख जी ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों और अधिकारियों आयोग के नियमों का पालन करते हुए परीक्षा को निष्पक्ष और व्यवस्थित ढंग से पूरा कराने का निर्देश दिया है।
वहीं, परीक्षा केंद्रों की निगरानी में लाइव CCTV स्ट्रीमिंग के साथ AI तकनीक का ऐसा पहरा है कि जरा सी हरकत पर तुरंत अलर्ट का अलार्म बजेगा। यानी पूरा केंद्र एक स्मार्ट निगरानी जोन बन जाएगा, जहां 11 तरह ही संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत मिल जाएगी। वहीं, परीक्षा में शामिल होने के लिए अलग-अलग शहरों से परीक्षार्थी पहुंचे हैं। शनिवार शाम को ही लखनऊ पहुंचे परीक्षार्थियों के ठहरने के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण उन्हें रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर पन्नी बिछाकर सोना पड़ा था।
इन 15 गड़बड़ियों को माना जाएगा अपराध
- किसी परीक्षा का क्वेश्चन पेपर या आंसर की लीक करना।
- क्वेश्चन पेपर या आंसर की लीक करने में किसी के साथ शामिल होना।
- बिना अनुमति क्वेश्चन पेपर या OMR शीट अपने पास रखना।
- परीक्षा के दौरान किसी से जवाब लिखने के लिए मदद लेना।
- परीक्षा दे रहे कैंडिडेट को डायरेक्ट या इंडायरेक्ट तरीके से मदद करना।
- एग्जाम आंसर शीट या OMR शीट के साथ छेड़छाड़ करना।
- कॉपियों के मूल्यांकन में बिना अनुमति छेड़छाड़ करना।
- सरकारी एजेंसी द्वारा तय परीक्षा के मानकों का उल्लंघन करना।
- मेरिट के लिए तय डॉक्यूमेंट्स में किसी तरह की छेड़छाड़ करना।
- पब्लिक एग्जाम के लिए तय सिक्योरिटी मानकों का उल्लंघन करना।
- किसी एग्जाम कम्प्यूटर सिस्टम या नेटवर्क में छेड़छाड़ करना।
- कैंडिडेट्स की सीट अरेंजमेंट, एग्जाम डेट या शिफ्ट में छेड़छाड़ करना।
- किसी एग्जामिनेशन अथॉरिटी को धमकाना या काम करने से रोकना।
- परीक्षा या एग्जाम अथॉरिटी से जुड़ी नकली वेबसाइट बनाना।
- नकली एडमिट कार्ड जारी करना या नकली एग्जाम कराना।