UP News: उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी राजीव कृष्ण ने पुलिस महानिदेशक पद पर नियुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार प्रकट किया है और अपनी प्राथमिकताएं गिनाई हैं। सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब पुलिसिंग को और प्रभावी बनाने के लिए एआई की मदद लेंगे साथ ही महिलाओं सुरक्षा और उन्हें संरक्षण देना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। वहीं, साइबर अपराधों पर भी पूरी प्रतिबद्धता से अंकुश लगाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और मैं उत्तर प्रदेश पुलिस को उत्कृष्टता की अभूतपूर्व ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन से पुलिसिंग की दिशा स्पष्ट और निरंतर रही है। इस दिशा में ये कार्य उनके मार्गदर्शन में नए जोश और रणनीतिक जोर के साथ जारी रहेगें। विशेष रूप से निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्यों को प्राप्त करने में:
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अपराध/अपराधियों के खिलाफ जीरो सहिष्णुता की नीति: हम अपराध और अपराधियों के खिलाफ एक अडिग रुख बनाए रखेंगे। संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। यह नीति हमारी कानून प्रवर्तन रणनीति की आधारशिला होगी, जिसका उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना है।
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महिलाओं का सशक्तिकरण और संरक्षण: सभी रूपों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम और समाधान पर विशेष जोर दिया जाएगा। हमारी पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा और संरक्षा की भावना को बढ़ाने की दिशा में होगी।
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जन शिकायत निवारण: जन शिकायत निवारण जन शिकायतों का सफल समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। हम हर स्तर पर सभी शिकायतों से निपटने में बहुत सहानुभूतिपूर्ण और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि नागरिकों की आवाज़ सुनी जाए और उसका तुरंत समाधान किया जाए।
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कानून और व्यवस्था बनाए रखना: कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रति बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं बरती जाएगी। हम हर कीमत पर कानून के शासन को बनाए रखेंगे। राज्य के हर हिस्से में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
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साइबर अपराध का मुकाबला करना: हाल के वर्षों में विशेष कर कोविड के बाद से साइबर अपराध नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण खतरे के रूप में उभरा है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी रोखथाम और पता लगाने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करके जवाब दिया है। साइबर खतरों से आगे रहने के लिए उन्नत तकनीकों का लाभ उठाते हुए इसे समय के साथ और मजबूत किया जाएगा।
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एआई का उपयोग कर प्रभावशीलता को बढ़ाएंगे
- बेहतर पुलिस सेवाएं: उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दी जाने वाली पुलिस सेवाओं के दायरे और वितरण में और सुधार किया जाएगा। हम सुनिश्चित करें कि हमारी सेवाएं नागरिकों की जरूरतों के हिसाब से सुलभकुशल और उत्तरदायी हो।
- पुलिस कल्याण पर ध्यान: दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल के रूप में हमारे कर्मियों के काम को प्रभावित करने वाले प्रशासनिक और कल्याणकारी मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा। हम पुलिस कल्याण को प्राथमिकता देंगे। यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे कर्मी अपने कार्यों को सम्पादित करने में प्रेरित रहें।
- प्रतिभा और विशेषज्ञता का उपयोग: पुलिसिंग के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कई प्रतिभाशाली पुलिस अधिकारी व कर्मी है। उनके कौशल और ज्ञान की पहचान की जाएगी और उपरोक्त सभी लक्ष्यों को बेहतर बनाने के लिए उनका उपयोग किया जाएगा, जिससे बल के भीतर उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
- प्रौद्योगिकी और एआई का लाभ उठाना: हमारे संचालन की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का व्यापक उपयोग किया जाएगा। एआई हमारे उद्देश्यों को लागू करने में एक गेम चेंजर साबित होगा, जिससे हम डेटा संचालित उचित निर्णय लेने और अपने संसाधनों का उपयोग करने में सक्षम होंगे।
- प्रशिक्षण: निरंतर प्रशिक्षण ही एकमात्र आधार है जिस पर किसी भी संगठन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। दिन प्रतिदिन की चुनौतियों का सामना करने में, इस महत्वपूर्ण पहलू को अक्सर इसका उचित महत्व नहीं दिया जाता है। मेरा प्रयास होगा कि सेवाकालीन प्रशिक्षण को उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र बनाया जाए ताकि नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।