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महाकुंभ भगदड़ में अपनों से बिछड़े हजारों लोग, संगम पहुंचना मालदीव-थाईलैंड से भी महंगा

महाकुंभ भगदड़ में अपनों से बिछड़े हजारों लोग, संगम पहुंचना मालदीव-थाईलैंड से भी महंगा

नई दिल्‍ली/प्रयागराज: उत्‍तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ के बाद बड़ी संख्या में लोग अपनों से बिछड़ गए हैं। भगदड़ में घायलों और शवों को मेले के सेक्टर-2 में स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल और शहर के स्वरूपरानी अस्पताल में पहुंचाया गया है। यहां लापता लोगों को ढूंढने के लिए उनके परिजन पहुंचे हैं। हॉस्पिटल और खोया-पाया केंद्र में अबतक तीन हजार से ज्‍यादा लोग अपनों की तलाश में पहुंचे। इनमें भगदड़ के अलावा कुंभ मेले में आए अन्य लोग भी शामिल हैं।

प्रयागराज पहुंचने का किराया 30 हजार तक पहुंचा

13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत के साथ ही प्रयागराज देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं का केंद्र बना है। बड़ी संख्या में देश-विदेश से लोग प्रयागराज आ रहे हैं। ऐसे में कई यात्रियों ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय में (DGCA) प्रयागराज तक की फ्लाइट्स के किराए में भारी बढ़ोतरी की शिकायत की है। इसे लेकर 27 जनवरी को डीजीसीए ने एयरलाइन कंपनियों से महाकुंभ के लिए हवाई किराया न बढ़ाने को कहा।

एयरलाइन कंपनियों ने महाकुंभ के मौके का फायदा उठाते हुए देश के प्रमुख शहरों से फ्लाइट्स के टिकट बेतहाशा महंगे कर दिए। तब इसे लेकर कई यात्रियों ने DGCA में इसकी शिकायत की। यात्रियों ने बताया कि कैसे दिल्ली से प्रयागराज तक किराया 25 हजार रुपये तक वसूला जा रहा है, जबकि सामान्य रूप से यह 5 हजार रुपये तक रहता है।

यात्रियों की शिकायत पर एक्‍शन में DGCA

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने (DGCA) लगातार मिल रही इन शिकायतों पर सोमवार (27 जनवरी) को एक्शन लिया। महानिदेशालय ने एयरलाइन कंपनियों से फ्लाइट्स का किराया नहीं बढ़ाने को कहा है। साथ ही एयरलाइन कंपनियों से उड़ाने बढ़ाने के लिए भी कहा। बयान जारी कर महानिदेशालय ने कहा कि जनवरी के लिए प्रयागराज के लिए 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी गई है। इससे पूरे देश से प्रयागराज के लिए उड़ानों की संख्या 132 हो गई है। इन शिकायतों को लेकर 23 जनवरी को महानिदेशालय के अधिकारियों ने एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक भी की थी।

बाली, मालदीव और थाईलैंड जाने से महंगा हुआ प्रयागराज

आप अगर दिल्ली, बेंगलुरु या जयपुर जैसे शहरों से बाली, मालदीव और थाईलैंड जाना चाहते हैं तो यह महाकुंभ जाने की फ्लाइट टिकट से सस्ता पड़ेगा। इसे एक उदाहरण से समझते हैं। अगर बेंगलुरु से 31 जनवरी के दिन कोई प्रयागराज की कनेक्टिंग फ्लाइट बुक करता है तो उसे अधिकतम 94 हजार रुपये तक चुकाना पड़ सकता है। यह सिर्फ एक तरफ की कीमत है। इसी तरह डायरेक्ट फ्लाइट के लिए 30 से 35 हजार रुपये एक तरफ चुकाना पड़ेगा यानी आना-जाना दोनों मिला दें तो करीब 60 से 70 हजार रुपये।

वहीं, अब दिल्ली या बेंगलुरु से मालदीव की फ्लाइट के टिकट का इसी तारीख में दाम देखें तो यह एक तरफ के लिए 16 से 17 हजार रुपये के बीच है। इसी तरह इन शहरों से इंडोनेशिया की राजधानी बाली के लिए डायरेक्ट फ्लाइट टिकट की कीमतें 25 से 30 हजार रुपये के बीच है। कुछ ऐसे ही हालात थाईलैंड जाने के भी हैं। मौनी अमावस्या यानी 29 जनवरी को थाईलैंड 14 हजार रुपये में पहुंचा जा सकता है।

4 से 5 गुना बढ़े प्रयागराज की फ्लाइट टिकट के दाम

सामान्य दिनों में प्रयागराज के लिए दिल्ली से हवाई टिकट की कीमतें 5 हजार रुपये तक की होती हैं। इसी तरह पड़ोस के राज्यों जैसे मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से डायरेक्ट फ्लाइट की करीब 2500 रुपये, जयपुर से 5 से 7 हजार रुपये, अहमदाबाद से 6 से 7 हजार रुपये, बेंगलुरु से 8 से 10 रुपये तक टिकट की कीमतें होती हैं।

कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों से जहां से प्रयागराज के लिए सीधी फ्लाइट नहीं है, वहां से सामान्य दिनों में टिकट की कीमतें 10 से 12 हजार रुपये के बीच होती हैं। मगर, महाकुंभ की वजह से प्रयागराज के लिए मांग बढ़ने पर इन शहरों से एयरलाइन कंपनियों ने टिकटों के दाम 4 से 5 गुना बढ़ा दिए हैं।

कीमतें बढ़ने के पीछे की वजह?

प्रयागराज में महाकुंभ की वजह से इस शहर में देशभर से पहुंचने वाली डायरेक्ट और कनेक्टिंग फ्लाइट्स के दाम बढ़े हैं। इसके पीछे वजह है डिमांड के मुताबिक सप्लाई कम होना। डीजीसीए की ओर से जनवरी में 81 फ्लाइट्स की मंजूरी के बाद भी मांग पूरी नहीं हो पा रही। ट्रैवल पोर्टल इक्सिगो ने जनवरी महीने में ही एक सर्वे किया। उसमें निकलकर आया कि दिल्ली से प्रयागराज आने वाली फ्लाइट टिकटों के दाम 21% बढ़ गए।

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