Vitamin D: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन, मिनरल, फाइबर, प्रोटीन, कार्ब्स, हेल्दी फैट्स और कई तरह के माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है। अगर किसी एक भी पोषक तत्व की कमी शरीर में होने लगे तो पूरी बॉडी पर इसका असर पड़ता है। ऐसा ही जरूरी पोषक तत्व है विटामिन डी, जिसकी कमी से आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है।
शरीर में विटामिन डी की कमी को कई लक्षणों से पहचाना जा सकता है, लेकिन रात में सोते वक्त पैरों में तेज दर्द हो, हड्डियों में दर्द हो तो समझ लें शरीर विटामिन डी की कमी के संकेत दे रहा है। ऐसे में रातभर न चैन की नींद आती है और दिनभर आलस छाया रहता है। जानिए शरीर में विटामिन डी की कमी से शरीर में क्या परेशानी होती हैं?
विटामिन डी की कमी के लक्षण
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मांसपेशियों में ऐंठन- शरीर में विटामिन डी की कमी होने से मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या होने लगती है। खासतौर से रात में सोते वक्त जब आपकी बॉडी रिलेक्स मोड में आती है तो शरीर में दर्द शुरू होने लगता है। पैरों में हड़कल मचती है जिसकी वजह से काफी देर बाद नींद आती है।
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हड्डियों में दर्द- रात के वक्त ही हड्डियों में दर्द की समस्या भी शुरू हो जाती है। ये विटामिन डी की कमी के लक्षण हैं। जब शरीर में विटामिन डी कम होता है तो हड्डियां कैल्शियम को अवशोषित नहीं कर पाती हैं। जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और दर्द शुरू हो जाता है।
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डिप्रेशन बढ़ना- विटामिन डी की कमी से शरीर में डिप्रेशन जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इंसान का किसी काम में मन नहीं लगता है। दिनभर थकान और कमजोरी महसूस होती है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने लगता है, जो लंबे समय में डिप्रेशन का कारण बन सकते हैं।
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जल्दी बीमार पड़ना- शरीर में विटामिन डी की कमी होने से रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है। ऐसे लोगों को जल्दी सर्दी, जुकाम और बुखार जैसे संक्रमण अपनी चपेट में ले लेते हैं। विटामिन डी की कमी होने पर जल्दी बीमार होने लगते हैं।
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हड्डियों के टूटने का खतरा- जब विटामिन डी कम हो जाता है तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। उम्र बढ़ने पर विटामिन डी की कमी से बहुत जल्दी फ्रेक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियां अंदर से खोखली होने लगती हैं।