संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के आरोपियों से जेल में समाजवादी पार्टी के नेताओं की मुलाकात पर शासन ने सख्त कार्रवाई की है। इस वजह से जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को निलंबित कर दिया है। वहीं, जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने की शासन से सिफारिश की गई है।
हाल ही में संभल हिंसा के आरोपियों से सपा विधायक नवाब जान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन और कई अन्य सपा नेताओं ने मुरादाबाद जेल में मुलाकात की थी। जानकारी के मुताबिक, इन सपा नेताओं ने बिना पर्ची लगाए जेल में मुलाकात की जोकि जेल मैनुअल के खिलाफ है।
जेल मैनुअल का उल्लंघन
जेल मैनुअल के अनुसार, किसी भी आरोपी से मिलने के लिए पहले पर्ची लगाना और नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है। मगर, इस मुलाकात में इन नियमों का उल्लंघन किया गया। यही कारण था कि शासन ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की और जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की।
डीजी जेल ने सौंपी जांच
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने इस मामले में डीआईजी जेल कुंतल किशोर को जांच का जिम्मा सौंपा था। जांच में यह पाया गया कि मुलाकात के दौरान जेल मैनुअल का पालन नहीं किया गया। इसके बाद शासन ने जेल अधिकारियों पर कार्रवाई की।
संभल हिंसा मामले में जेल भेजे गए थे आरोपी
संभल में कोई जेल नहीं है, इसलिए हिंसा के आरोपियों को मुरादाबाद जेल भेजा गया था। वहीं, अब इस मुलाकात के मामले के बाद जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं इस मामले में सपा नेताओं और जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राजनीति भी गरमा सकती है। हालांकि, सरकार की तरफ से यह कार्रवाई जेल मैनुअल के उल्लंघन को लेकर की गई है।
मुलाकात के बाद किया था पोस्ट
सपा विधायक नवाब जान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन के साथ कुल 15 लोग जेल में आरोपियों से मिलने पहुंचे थे। इस मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था।
समाजवादी पार्टी, उत्तर प्रदेश
19, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ
प्रकाशन/प्रसारण हेतु- दिनांकः02.12.2024
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर मुरादाबाद जिला कारागार में बंद संभल हिंसा के निर्दोष लोगों से समाजवादी पार्टी… pic.twitter.com/CDxlTHwq2J— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 2, 2024