उत्तर प्रदेश, राजनीति, हेल्थ

जल्द मिल सकती है प्रदेश के छह नये मेडिकल कॉलेज को मान्यता 

योगी सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर लगातार आगे बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश के गांवों में हो रहे विकास कार्यों
  • चिकित्सा शिक्षा विभाग ने केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष दोबारा की गई अपील

लखनऊ: वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज के संकल्प को पूरा करने में जुटी योगी सरकार के प्रयास रंग ला रहे हैं। सीएम योगी के प्रयासों का ही नतीजा है कि हाल ही में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने प्रदेश के 7 नये मेडिकल कॉलेज को मान्यता देते हुए एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने के लिए हरी झंडी दी थी। इसके लिए सीएम योगी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी बात की थी। इसी कड़ी में चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से 6 जिलों के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में 100-100 सीटों पर प्रवेश की अनुमति के लिए केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष दोबारा अपील की गई है। वहीं कानपुर देहात और ललितपुर में मेडिकल कॉलेज की सीटों को 50 से 100 करने के लिए भी अपील की गई है। इन सभी को मान्यता मिलने के बाद प्रदेश में एमबीबीएस की कुल 700 सीटें बढ़ जाएंगी। प्रदेश सरकार के अंतर्गत विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में अभी 10,500 एमबीबीएस सीट हैं।

6 नये मेडिकल कॉलेज की मान्यता को अपील दायर

डीजीएमई किंजल सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से दोबारा प्रदेश के 6 जिले चंदौली, गोंडा, लखीमपुर खीरी, सोनभद्र, औरैया और कौशांबी के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों की 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति और कानुपर देहात, ललितपुर की 50-50 सीटों के स्थान पर 100-100 एमबीबीएस पाठ्यक्रम की सीटों पर प्रवेश की अनुमति के लिए केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष अपील की गई है। उन्होंने बताया कि एनएमसी एक्ट 2019 की धारा 28 (6) के तहत यदि पहली अपील करने के बाद भी एनएमसी द्वारा लेटर ऑफ परमीशन (एलओपी) प्रदान नहीं की जाती है तो उक्त धारा के तहत 30 दिन के अंदर दोबारा अपील की जा सकती है। इसी नियम के तहत दोबारा अपील की गई है।

डीजीएमई ने उम्मीद जतायी है कि जल्द ही अपील की सुनवाई की जाएगी और नये मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की अनुमति को हरी झंडी मिल जाएगी। इसके अलावा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय चंदौली, सोनभद्र और कौशांबी में चिकित्सा शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए तीन दिवसीय चयन प्रक्रिया आयोजित की गई, जो 8 अगस्त को संपन्न हो गयी।

यहां के मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षकों के चयन की कार्यवाही पूरी

डीजीएमई किंजल सिंह ने बताया कि चंदौली, सोनभद्र और कौशांबी में चिकित्सा शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए चिकित्सा शिक्षकों के चयन की कार्यवाही 6 से 8 अगस्त के बीच संपन्न की गयी। इन संस्थानाओं की सीटों को नीट यूजी-2024 की काउंसिलिंग की सीट मैट्रिक्स में सम्मिलित कर लिया गया है। इनकी काउंसिलिंग प्रक्रिया 20 अगस्त को होगी।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *