बरेली: कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने बुधवार को जिले में पत्रकारों से बातचीत में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष जान-बूझकर भ्रम फैला रहा है। जबकि, हकीकत यह है कि सरकार की पूरी कार्रवाई सिर्फ अवैध वोटरों और घुसपैठियों को हटाने को लेकर है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को इस जांच से दिक्कत इसलिए है, क्योंकि पारदर्शी व्यवस्था उनकी राजनीति पर सीधा असर डालती है।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि SIR का विरोध करने वालों के “पैरों तले जमीन खिसक रही है।” उनका दावा है कि विपक्षी दल जानते हैं कि सख्त जांच और डेटा वेरिफिकेशन से फर्जी वोटर लिस्ट साफ होगी, जिससे उनकी वोट-बैंक की राजनीति कमजोर पड़ेगी। मंत्री ने कहा कि सरकार किसी सामान्य नागरिक या किसी समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि सिर्फ उन लोगों पर कार्रवाई कर रही है जो फर्जी पहचान बनाकर वोटर लिस्ट में शामिल हुए हैं।
फर्जी वोटरों पर होगी सीधी कार्रवाई
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार फर्जी दस्तावेज़, गलत पते और संदिग्ध पहचान पर बने वोटों को हटाने की प्रक्रिया तेज कर चुकी है। संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन जिलों में घुसपैठियों का नेटवर्क बना हुआ है, वहां अभियान चलाकर विस्तृत जांच की जाए। उन्होंने कहा कि साफ-सुथरी वोटर लिस्ट लोकतंत्र की बुनियाद है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने ‘वंदे मातरम्’ पर बयान देने वालों को भी कठघरे में खड़ा किया। मंत्री ने कहा कि वंदेमातरम का विरोध करने वालों को भारत से प्रेम नहीं हो सकता। यह राष्ट्र-वंदना सिर्फ गीत नहीं, बल्कि भारत की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। मंत्री ने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक कारणों से ऐसे मुद्दों को हवा देते हैं, लेकिन जनता सब समझती है और ऐसे लोग खुद बेनकाब होते जा रहे हैं।
‘राष्ट्रहित सर्वोपरि’ का संदेश
मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि SIR हो या वंदे मातरम्, दोनों मुद्दों पर सरकार का एक ही सिद्धांत है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। उन्होंने विपक्ष को सलाह दी कि वह भ्रम फैलाने की बजाय विकास और प्रशासनिक सुधारों पर राजनीति करे। कहा कि प्रदेश सरकार ईमानदारी से व्यवस्था सुधार में लगी है और ऐसे सभी कदम आगे भी जारी रहेंगे।