लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) का शनिवार (14 दिसंबर) को 41वां स्थापना दिवस है। इस अवसर पर आयोजित फाउंडेशन डे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। उनके साथ डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह भी मौजूद रहे।
फाउंडेशन डे के ऑरेशन के लिए विशाखापट्टनम की गीतम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की वाइस चांसलर प्रो. डॉ. गीतांजलि बैटमैन बाने शामिल हुई हैं। स्थापना दिवस पर 19 फैकल्टी मेंबर्स और 24 स्टूडेंट्स को बेस्ट रिसर्च और परफॉर्मेंस के लिए सम्मानित किया गया है।
सीएम योगी ने कही ये बात
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा, चार दशक की शानदार यात्रा के लिए आप सबका हृदय से अभिनंदन करता हूं। आपको बधाई देता हूं। एक दार्शनिक ने कहा कि जीत की तैयारी इतने शालीनता के साथ करो कि आपकी सफलता शोर मचा दें। मुझे लगता है उत्तर प्रदेश जैसे देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले बड़े राज्य में स्वास्थ्य का मानक क्या होना चाहिए। मेडिकल एजुकेशन का स्टैंडर्ड क्या होना चाहिए यह मानक न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि उत्तर भारत में अब SGPGI तय करता है।
उन्होंने कहा, SGPGI ने बिना किसी शोर गुल के बिना किसी हो हल्ला के यात्रा को इस ऊंचाई तक पहुंचाया है। इसलिए शानदार यात्रा के लिए आप सबको मैं बधाई देता हूं। जिस काम के बारे में हम सोचते तक नहीं थे, वह डिपार्टमेंट यहां खुल रहे हैं। मिशन मोड पर काम हो रहा है। SGPGI में जो कुछ भी नया हो सकता है, उसके लिए हमें पूरी मजबूती के साथ काम करना होगा। देश का यह पहला संस्थान हैं, जिसे सीएसआर से 500 करोड़ मिले हैं।
SGPGI ने 5 से 7 साल में बढ़ाई अपनी स्पीड
सीएम योगी ने कहा, बीते 5 से 7 साल के दौरान समय की परवाह के साथ SGPGI अपनी स्पीड को बढ़ाया है। संस्थान वर्तमान की प्रतिस्पर्धा के साथ खड़ा रहा है। संस्थान के निदेशक सभी फैकल्टी मेंबर्स यहां के सभी कार्मिक और यहां के सभी स्टूडेंट्स ने मिलकर संस्थान को नई ऊंचाई की ओर पहुंचने के लिए कार्य करना प्रारंभ किया है। मेरा मानना है कि अगले 5 वर्ष इस संस्थान के लिए और भी महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।
युवा दिनभर सोते हैं, रातभर जगते हैं- ब्रजेश पाठक
वहीं, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यूपी में जब कोई भी मरीज बीमार होता है तो उसके परिजनों की यही मंशा होती है कि वो SGPGI पहुंच कर इलाज करए। यूपी में बहुत सारे मेडिकल संस्थानों की बिल्डिंग है पर आप जैसा कोई नहीं। 15 साल से 30 साल के युवा दिन भर सोते हैं। रात भर जागते हैं, क्योंकि रात में इंटरनेट अच्छा चलता है। स्वीगी और जूमाटो से रात में डेढ़ बजे 2 बजे खाना मंगा कर खाते हैं। युवाओं को रूटीन सही करना होगा। आप कोई ऐसा विभाग खोल सकते हैं कि लोग बीमार ही न पड़े। इसके लिए हैपी लाइफ सेंटर खोला जाए। जिससे आदमी बीमार ही न पड़े।
OPD पेशेंट मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत
OPD पेशेंट मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत हो चुकी है। 15 फैकल्टी को स्टेनफोर्ड की टॉप 2 फीसदी लिस्ट को शामिल किया गया है। 8 नए डिपार्टमेंट शुरू हो चुके हैं। इनमें 4 पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट है। फैकल्टी के 47 पद और सीनियर रेजिडेंट के लिए 86 पद स्वीकृति किए गए हैं। बहुत जल्द 2 नई रोबोटिक मशीन लाकर यहां रोबोटिक सर्जरी का सेंटर ऑफ एक्ससिलेंस बनाने का लक्ष्य है। गामा नाइफ भी आ रहा।
500 करोड़ की लागत से रैन बसेरा बनने की शुरुआत हुई
एडवांस डायबिटिक सेंटर, एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर का शिलान्यास हो चुका है। सलोनी हार्ट फाउंडेशन के सहयोग से CVTS विभाग में बच्चों की क्रिटिकल हार्ट सर्जरी की जा रही है। 500 करोड़ की लागत से रैन बसेरा बनने की शुरुआत हुई।
1980 के दशक में स्थापित SGPGI परिपक्व हो रहा
वहीं, प्रो. आरके धीमन ने कहा कि सन् 1980 के दशक में स्थापित SGPGI परिपक्व हो रहा है। 24 संवर्ग में 1798 विज्ञप्ति किए गए थे। इसके सापेक्ष 1598 पदों पर भर्ती हो चुकी है। 2 महीने में 384 एम्प्लॉई 10 विभाग में शामिल होंगे। 472 करोड़ की लागत से लोन लेकर रीनल ट्रांसप्लांट बनाया गया। इसका लोन तत्काल चुकाया गया।