उत्तर प्रदेश, राजनीति

उपभोक्ताओं के खिलाफ साजिश है बिजली का निजीकरण: आराधना मिश्रा मोना

उपभोक्ताओं के खिलाफ साजिश है बिजली का निजीकरण: आराधना मिश्रा मोना
  • बिजली के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन को कांग्रेस का पूरा समर्थन

लखनऊ (ब्यूरो)कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा सत्र के दूसरे दिन बिजली के निजीकरण का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा और इसे प्रदेशवासियों और उपभोक्ताओं के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश करार दिया, अनुपूरक बजट को मात्र दिखावा बताया, साथ में नेता सदन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ द्वारा प्रियंका गांधी के बैग पर फिलिस्तीन लिखे को लेकर की गई टिप्पणी पर महिलाओं का अपमान बताया। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है जो प्रदेश वासियों के घर घर से जुड़ा है, मैं मांग करती हूं कि जन जन से जुड़े इस विषय पर सदन में चर्चा हो, सरकार की मंशा लोगों की स्थाई नौकरियां को समाप्त करने और प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने की है जो लोक कल्याणकारी राज्य की मूल भावना के खिलाफ है।

सरकारी नौकरियां समाप्त होगी, पड़ेगी महंगाई की दोहरी मार

बिजली के निजीकरण से लोगों की सरकारी नौकरियां समाप्त होगी साथ में जो संविधान में आरक्षण का प्रावधान है उस आरक्षण को भी समाप्त करने की तैयारी है, निजीकरण के बाद प्रदेश के लाखों युवा जो नौकरियों पा सकते थे और नौकरी मिलने से लाखों परिवार अपने भविष्य को सुरक्षित कर भयमुक्त जीवन जी सकते थे, उनके अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है, बिजली निजीकरण का मुद्दा प्रदेश के घर घर से जुड़ा है, प्रदेश के प्रत्येक उपभोक्ता मंहगी बिजली की मार पड़ेगी, जैसे अभी मुंबई में टाटा और अदाणी की बिजली दर 101 से 300 यूनिट तक 11 रुपए 46 पैसे, 301 से 500 यूनिट तक 15.72 रुपए, 501 से अधिक पर 17.81 तक रूपए प्रति यूनिट में मिलती है, जो उत्तर प्रदेश के रेट से दोगुना है, यदि निजीकरण हुआ तो यही मंहगाई की मार उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं पर पड़ेगी, निजीकरण से कर्मचारियों के साथ-साथ प्रदेशवासियों- उपभोक्ताओं में भी काफी इस बात को लेकर रोष एवं आक्रोश व्याप्त है।

कांग्रेस नेता ने लगाया सरकार पर बड़ा आरोप

आराधना मिश्रा मोना ने अनुपूरक बजट को कोरा कागज करार दिया और सरकार पर मूल बजट खर्च न कर पाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा की विभागों ने आवंटित मूल बजट का का 50% भी नहीं खर्च किया है, सरकार उसको लेकर गंभीर नहीं है जिसकी वजह से प्रदेश की विकास व्यवस्था पटरी से उतर गई है। अनुपूरक बजट को विकास का कारण बताकर पेश किया जा रहा है, यदि वाकई सरकार प्रदेश के विकास और प्रदेश के लोगों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं को लेकर गंभीर होती तो जो मूल बजट है उसके खर्चे को पटल पर जरूर रखती।

व्यक्तिगत टिप्पणी महिलाओं का अपमान है

आराधना मिश्रा मोना ने नेता सदन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ द्वारा प्रियंका गांधी के हाथ में बैग को लेकर की गई टिप्पणी को महिलाओं का अपमान बताया और कहा की नेता सदन से किसी भी महिला के प्रति निजी टिप्पणी की अपेक्षा नहीं की जा सकती। कांग्रेस पार्टी हमेशा लोगों के जीवन और लोक कल्याण के लिए खड़ी रही है, गांधी परिवार ने इस देश के लिए बलिदान दिया है, प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश में जो हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है उसको लेकर भी संदेश दिया जिस पर मुख्यमंत्री नहीं बोलते हैं, व्यक्तिगत टिप्पणी महिलाओं का अपमान है।

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