Common Wedding Mistakes: जीवन का सबसे खास दिन होता है शादी, जिसकी तैयारियां सालभर पहले से शुरू हो जाती है। बहुत सारी योजनाओं और तैयारियों के बाद भी शादी वाले दिन अक्सर लोगों से कुछ गलतियां हो जाती हैं। आमतौर पर ऐसी गलतियों पर कोई ध्यान नहीं देता, जब तक बात अधिक न बिगड़ जाएं। शादी वाले दिन होने वाली ये सामान्य गलतियां शादी के मजे को कम कर सकती हैं और अनावश्यक तनाव पैदा कर सकती हैं। आप शादी को लेकर हर चीज़ को अच्छी तरह से व्यवस्थित करें, रस्मों और समय का तालमेल बनाए रखें और सबसे जरूरी बात इस खास दिन को पूरी तरह से इंजॉय करें। अगर आप चाहते हैं कि आपकी शादी बिना किसी रुकावट के पूरी हो तो इन आम गलतियों से बचना बेहद जरूरी है।
टाइमिंग को कर देते हैं दरकिनार, ऐसा मत कीजिए
भारतीय शादियों में बारात में देरी होना आम बात है लेकिन इससे शादी का पूरा शेड्यूल बिगड़ सकता है। बारात में देरी के कारण दुल्हन को भारी-भरकम लहंगे और मेकअप के साथ और मेहमानों को भी इंतजार करना पड़ सकता है। ये दोनों के लिए ही असहज हो सकता है। वहीं शादी की व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसलिए…
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बारात का समय पहले से तय कर लें और इसे सख्ती से लागू करें।
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दुल्हन की एंट्री और वरमाला की टाइमिंग का बारात के साथ तालमेल में रखें।
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किसी को बारात का कोऑर्डिनेटर नियुक्त करें जो ये सुनिश्चित करें कि कार्यक्रम समय पर हो।
स्टेज पर नहीं रखते फोकस, होंगी ये दिक्कत
शादी का स्टेज भले ही खूबसूरत दिखे, लेकिन अगर वह सहज और काम का नहीं है तो इससे परेशानी हो सकती है। अक्सर लोग सुंदर और बहुत ऊंचा स्टेज तैयार करा देते हैं जिसपर दुल्हन को भारी लहंगे और बुजुर्गों को पहुंचने में समस्या आती है।
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बहुत ऊंचा स्टेज बुज़ुर्गों के लिए असुविधाजनक हो सकता है।
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बहुत बड़ा स्टेज फोटो और वीडियोग्राफी के लिए बाधा बन सकता है।
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स्टेज ऐसा होना चाहिए जिस पर आसानी से पहुंचा जा सके और जो फोटो/वीडियो के लिए सही पोजिशन में हो।
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स्टेज पर रोशनी, बैकग्राउंड और गेस्ट मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए डिजाइन करें।
फंशन में ‘ब्रेक’ पर भी नहीं देते ध्यान, सभी होंगे परेशान
भारतीय शादियां कई तरह के रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होती हैं। शादियों में अलग-अलग रस्मों के साथ ही खान-पान, मेहमानों से मुलाकात, नाच गाना समेत बहुत कुछ एक दिन में करने का प्रयास किया जाता है। एक ही दिन में कई फंक्शन रखने से,
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मेहमानों और कपल दोनों के लिए दिन बहुत थका देने वाला हो जाता है।
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हर फंक्शन को पर्याप्त समय नहीं मिल पाता और सब कुछ हड़बड़ी में होता है।
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बेहतर होगा कि शादी के बड़े फंक्शन्स को अलग-अलग दिनों में प्लान करें।
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अगर एक ही दिन में सब कुछ करना है तो बीच में पर्याप्त ब्रेक रखें।
रस्मों में लगने वाले समय का सही अनुमान न लगाना
शादी की रस्में कभी-कभी उम्मीद से ज्यादा समय ले सकती हैं। पंडित जी द्वारा मंत्रों को पूरा करने में अधिक समय लग सकता है। कुछ रीति-रिवाजों में बुजुर्गों का सुझाव लेना पड़ता है, जिससे देरी हो सकती है।
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शादी के हर रीति-रिवाज के लिए पर्याप्त समय दें और फ्लेक्सिबल शेड्यूल बनाएं।
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पंडित जी से पहले ही पूरी रस्मों की समय-सीमा पर बात कर लें।
फोटो–वीडियो की सही प्लानिंग न करना
शादी की खूबसूरत यादें तस्वीरों और वीडियोज़ में कैद होती हैं, लेकिन कई बार लोग इसकी प्लानिंग सही से नहीं करते। लास्ट-मिनट में फोटोग्राफर चुनना या सस्ता ऑप्शन लेना गलत हो सकता है। दूल्हा-दुल्हन के पोज, फैमिली फोटो और ग्रुप शॉट्स के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जाता।
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अच्छे फोटोग्राफर को पहले से बुक करें और उनसे शादी के महत्वपूर्ण शॉट्स की चर्चा करें।
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ग्रुप फोटोज़ और पोज के लिए समय तय करें ताकि शादी के दौरान किसी का इंतजार न करना पड़े।
खुद के लिए समय निकालना भूल जाना
शादी की भागदौड़ में दूल्हा-दुल्हन अक्सर खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते। पूरा दिन तैयारियों और रस्मों में बीत जाता है, जिससे शादी के असली मजे लेने का समय नहीं मिलता। कई बार तो उन्हें आराम करने और खाने-पीने का वक्त भी नहीं मिल पाता। सुबह ध्यान (मेडिटेशन) करें या खुद को रिलैक्स करने का समय दें। शादी के बीच कुछ मिनट अपने पार्टनर के साथ अकेले बिताने की कोशिश करें, ताकि यह दिन सिर्फ रस्मों का नहीं बल्कि खूबसूरत यादों का भी बन सके।