बरेली: उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश अंसारी शुक्रवार (25 जुलाई) को बरेली पहुंचे और यहां एबीवीपी द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में शानदार प्रदर्शन करने वाले छात्र- छात्राओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की बड़ी संख्या में मौजूदगी रही।
समारोह के दौरान मंत्री दानिश अंसारी ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के उस ट्वीट का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि “प्रदेश में 26 हजार प्राइमरी स्कूल बंद हो गए हैं और शराब की दुकानें बढ़ गई हैं।” इस पर मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी का एजेंडा ही नकारात्मक राजनीति करना है। सपा हमेशा समाज को बांटने और भटकाने का काम करती है। पहले अंग्रेज कहते थे, फूट डालो और राज करो, अब आधुनिक भारत के अंग्रेज समाजवादी पार्टी के नेता हैं। आज के समय में यही काम समाजवादी पार्टी कर रही है। उनके नेता भ्रम फैलाओ और राजनीति करो की नीति पर चल रहे हैं।
सपा नेताओं के मस्जिदों में मीटिंग पर जताई आपत्ति
अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री ने दिल्ली में सपा नेताओं द्वारा मस्जिद में मीटिंग करने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मैं खुद एक मुस्लिम हूं। मस्जिदों का इस्तेमाल इबादत के लिए होता है, राजनीति के लिए नहीं। मैं भी मस्जिद में जाता हूं, नमाज पढ़ता हूं, लेकिन वहां कोई सियासी एजेंडा नहीं होना चाहिए। जिस किसी ने मस्जिद में मीटिंग ऑर्गनाइज की है, उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
तौकीर रज़ा के बयान पर साधा निशाना
मौलाना तौकीर रज़ा पर निशाना साधते हुए मंत्री दानिश अंसारी ने एबीवीपी और आरएसएस की तारीफ की और कहा, इन संगठनों ने हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा है। ये संगठन समाज में राष्ट्रीय चेतना जगाने का काम करते हैं, जिसे कुछ वर्ग पसंद नहीं करते और भ्रामक बयानबाजी करते हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देश को जोड़ने वाली विचारधारा को पहचानें और उसी के साथ आगे बढ़ें।
गौरतलब है कि आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने भाजपा, आरएसएस, विहिप और बजरंग दल पर निशाना साधते हुए कहा है कि ये संगठन हिंदुस्तान का बड़ा नुकसान कर रहे हैं। हिंदुत्व का नुकसान हो रहा है।
इस प्रतिभा सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में मेधावी छात्र- छात्राएं, उनके पेरेंट्स और टीचर मौजूद रहे। मंच से एबीवीपी के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ अंक देने या लेने तक सीमित नहीं है, हम युवाओं में राष्ट्रभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी भरना चाहते हैं।