नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर बड़ा बयान दिया है। मंगलवार (3 दिसंबर) को उन्होंने कहा कि जिस दिन से संसद सत्र शुरू हुआ है, समाजवादी पार्टी ने संभल की घटना का मुद्दा उठाने की कोशिश की है। सदन नहीं चला, लेकिन हमारी मांग अब भी वही है।
सपा सुप्रीमो ने कहा, हम संभल की घटना पर अपनी बात सदन में रखना चाहते हैं। वहां के अधिकारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं, मानो वे भाजपा के कार्यकर्ता । संभल की घटना भाजपा की सोची-समझी रणनीति है, ताकि लोगों को दूसरे मुद्दों से भटकाया जा सके। उन्होंने कहा कि जो लोग हर जगह खुदाई करना चाहते हैं, एक दिन वे देश की सौहार्द्रता और भाईचारे को खो देंगे।
#WATCH | Delhi | Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav says, "Since the day when the parliamnet session began, Samajwadi Party has tried to raise the issue of the Sambhal incident. The House didn't function, but our demand is still the same – we want to put our views on the… pic.twitter.com/AEM7LOyPGx
— ANI (@ANI) December 3, 2024
बांग्लादेश मुद्दे पर भी बोले
बांग्लादेश मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा, भारत सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए। ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए। अगर वे हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते तो वे एक मजबूत सरकार होने का दावा कैसे कर सकते हैं।
वहीं, सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि इस तरह के सर्वेक्षणों (मस्जिदों के) के जरिए देशभर में अशांति पैदा करने की साजिश रची जा रही है। सुप्रीम कोर्ट को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और ऐसे आदेश देने वाले जजों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
#WATCH | SP MP Ram Gopal Yadav says, "…Through such surveys (of mosques), a conspiracy to create unrest across the country is being hatched. Supreme Court should take note of it and take action against judges who order such things…" pic.twitter.com/AVNXZa1YXg
— ANI (@ANI) December 3, 2024
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान हुआ था बवाल
संभल में 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वे को लेकर बड़ा बवाल हो गया। विवाद के दौरान फायरिंग और पथराव की घटनाओं में पांच लोगों की जान चली गई। करीब 20 लोग घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश पुलिसकर्मी हैं। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।