लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि विभाग में रिक्त पदों को यथाशीघ्र भरने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जिन पदों का अधियाचन आयोग को भेजा गया है, उनसे समन्वय बनाकर जल्द से जल्द भर्ती कराई जाये। उन्होंने कहा कि विभाग में पदोन्नति के लंबित पदों पर यथाशीघ्र पदोन्नतियां की जाएं।
पशुधन विभाग में पशु चिकित्सा सेवा के 424 और पशुधन प्रसार अधिकारी के 1083 पद रिक्त हैं। दुग्ध विकास विभाग में मुख्य दुग्धशाला विकास अधिकारी के 02, दुग्धशाला विकास अधिकारी के 03, वरिष्ठ दुग्ध निरीक्षक के 26 तथा राजकीय दुग्ध परिवेक्षक के 209 पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि कार्य की आवश्यता के दृष्टिगत समूह ‘घ’ के पदों पर आउटसोर्स के माध्यम से कार्य लिया जाए।
मंत्री धर्मपाल सिंह ने की विभागीय बजट की समीक्षा
मंत्री धर्मपाल सिंह ने यह निर्देश आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में रिक्तियों एवं विभागीय बजट की समीक्षा के दौरान दिए। उन्होंने विभागीय बजट की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि यथाशीघ्र जारी की जाए और लक्ष्य बनाकर बजट का सदुपयोग सुनिश्चित किया जाए। किसी भी दशा में प्राविधानित बजट समर्पित नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि गोसंरक्षण केन्द्रों की स्थापना हेतु धनराशि एवं जिला योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि को शीघ्र अवमुक्त किया जाए।
पशुधन मंत्री ने प्रदेश में संचालित मोबाइल वेटेनरी यूनिट के संचालन में प्राप्त हो रही शिकायतों की जांच कर प्रभावी कार्रवाई किए जाने और लापरवाही बरतने पर कार्यदाई संस्था का भुगतान न किये जाने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम, राज्य पशुधन प्रक्षेत्र, चारा विकास कार्यक्रम एवं पशुधन बीमा योजना पर विशेष ध्यान देते हुए इसका विस्तार किया जाये और अधिक से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने कहा कि पशुधन एवं दुग्ध उत्पादन का प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है और प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर इकोनामी बनाने में अहम भूमिका हैं।
बैठक में इन अधिकारियों की रही मौजूदगी
इस बैठक में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव रवीन्द्र कुमार ने मंत्री को विभागीय एवं उसके सापेक्ष जारी स्वीकृतियां तथा विभागीय रिक्तियों के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पशुधन मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षश: अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। बैठक में विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र पाण्डेय, विशेष सचिव दुग्ध राम सहाय यादव, दुग्ध आन्नद कुमार, पशुपालन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास डॉ. रघुनाथ सिंह, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डॉ. पीएन सिंह, एलडीबी के कार्यकारी अधिकारी डॉ. नीरज गुप्ता और अपर निदेशक डॉ. एके वर्मा सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।