लखनऊ: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से दुनियाभर में मार्ट/एक्सपो के माध्यम से राज्य पर्यटन का प्रचार करेगा। पर्यटन विभाग विशेष पंडाल बनाकर प्रमुख पर्यटन सर्किट, स्थलों, हस्तशिल्प आदि को प्रदर्शित करेगा। पर्यटन विभाग के इस कदम का उद्देश्य राज्य में इनबाउंड टूरिज्म को बढ़ावा देना और विदेशी पर्यटकों को उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व धार्मिक विरासत से रूबरू कराना है। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उप्र पर्यटन विभाग के इस पहल की शुरुआत दुबई में अरेबियन ट्रैवल मार्केट (एटीएम) से होने जा रही है, जो 28 अप्रैल से एक मई तक होना है।
प्रदेश की विविध पर्यटन संभावनाओं को वैश्विक मंच देने की पहल
उन्होंने बताया, विभाग ने थाईलैंड, फ्रांस, जापान, सिंगापुर, ब्रिटेन, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और रूस में आयोजित होने वाले ट्रैवल मार्ट/एक्सपो के लिए संभावित तिथियों की घोषणा भी की है। उन्होंने बताया कि विभाग का प्रयास है कि अंतरराष्ट्रीय मार्ट के माध्यम से उत्तर प्रदेश की विविध पर्यटन संभावनाओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जाए। विभाग विदेशी टूर ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंट्स और निवेशकों को आमंत्रित करेगा, ताकि वे राज्य में पर्यटन से जुड़ी संभावनाओं को समझ सकें और निवेश के नए रास्ते खुल सकें। हमारा प्रयास प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे- अयोध्या, वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, लखनऊ व विंध्याचल के उन गंतव्यों को विशेष रूप से प्रदर्शित करना है, जो विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद रहें हैं।
पर्यटन उद्योग को मिलेगी नई दिशा
उल्लेखनीय है कि ट्रैवल मार्ट विदेशी धरती पर उत्तर प्रदेश की कारीगरी, हस्तशिल्प, खानपान और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने का एक मंच प्रदान करता है। हाल के वर्षों में विभिन्न देशों में आयोजित एक्सपो में प्रदेश के पवेलियन पर भारी भीड़ देखने को मिली। आगंतुक, थीम आधारित भव्य पंडालों में राज्य के विविध पर्यटन स्थलों से रूबरू होते हैं। पर्यटन विभाग प्रदेश के अल्पज्ञात स्थलों जैसे-स्वामी नारायण मंदिर (गोंडा), इस्कॉन मंदिर (वृंदावन), रामकृष्ण मठ (लखनऊ), मीरजापुर, सोनभद्र, चंदौली, नैमिषारण्य, हस्तिनापुर (मेरठ), शुकतीर्थ (मुज़फ्फरनगर), जैत (मथुरा) और भावत गांव (मैनपुरी) आदि के साथ-साथ पर्यटन नीति- 2022 को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह पहल उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर मजबूत स्थान दिलाने की दिशा में एक अहम कदम है। इससे न केवल विदेशी पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। यह प्रयास राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा और पर्यटन उद्योग को एक नई दिशा देगा।