वाराणसी: काशी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय और उनके समर्थकों पर सड़क पर प्रदर्शन करने और अव्यवस्था फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला 10 जुलाई की शाम का है, जब अजय राय अपने दर्जनों समर्थकों के साथ वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र की सड़कों पर निकले थे। उन्होंने जल जमाव, खराब सड़क व्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था।
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के मुताबिक, अजय राय के खिलाफ यह मामला सिगरा थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि राय लगभग 50 से अधिक समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे थे, जिससे इलाके में यातायात बाधित हुआ और लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस प्रदर्शन के दौरान कानून-व्यवस्था भी प्रभावित हुई।
अजय राय समेत 10 लोग नामजद
पुलिस ने एफआईआर में अजय राय सहित 10 लोगों को नामजद किया है, जबकि 30 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान बिना अनुमति के भीड़ जुटाई गई, जिससे सार्वजनिक अव्यवस्था फैली।
क्या था मामला?
10 जुलाई को अजय राय ने अपने समर्थकों के साथ वाराणसी कैंट क्षेत्र में पैदल मार्च निकाला। इस दौरान वे उस स्थल पर भी पहुंचे जहां हाल ही में नाइट मार्केट पर नगर निगम द्वारा बुलडोजर चलाया गया था। राय ने वहां स्थानीय व्यापारियों और निवासियों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं।
इसके बाद उन्होंने इलाके में फैले जल जमाव, टूटी सड़कों और अधूरी परियोजनाओं को लेकर प्रशासन पर निशाना साधा। उनका कहना था कि “भ्रष्टाचार और सरकारी उदासीनता के कारण वाराणसी की जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। शासन के रवैये से जनता त्रस्त है और प्रशासन जनता की आवाज को दबाने में जुटा है।”
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
इस एफआईआर को लेकर अब तक कांग्रेस की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है। अजय राय का यह प्रदर्शन स्थानीय मुद्दों पर जनता की आवाज उठाने का प्रयास था, जिसे प्रशासन ने दमनात्मक तरीके से जवाब दिया।