लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चिनहट में स्वयं सहायता समूहों की दीदियों द्वारा संचालित टीएचआर प्लान्ट का सघन निरीक्षण किया। टीएचआर प्लान्ट से तैयार किये जा रहे पुष्टाहार की बारीकियों व गुणवत्ता आदि के बारे में जानकारी हासिल की व महिलाओं से वार्ता करते हुए उनकी होने वाली आमदनी आदि के बारे में फीड बैक लिया। टीएचआर प्लान्टों से महिलाओं की आमदनी बढ़े और अनवरत रूप से प्लान्ट चलता रहे इसके लिए प्लान्ट को सोलर एनर्जी से जोड़ा जा रहा है।
टीएचआर प्लान्टों के संचालन से महिलाओं के जीवन में आ रही खुशहाली
फूड प्रोसेसिंग इकाइयों में सोलर प्लांट लगाने में महिलाओं को 90 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति में की गयी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि टीएचआर प्लान्टों के संचालन से महिलाओं के जीवन में खुशहाली आ रही है। प्रदेश में 204 टीएचआर प्लान्ट स्थापित हैं जहां पर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के लिए पुष्टाहार का उत्पादन स्वयं सहायता समूहों की दीदियों द्वारा किये जाने की व्यवस्था की गयी है। बड़ी संख्या में यह प्लान्ट सोलर एनर्जी से जोड़े गये हैं। निरीक्षण के दौरान महिलाओं द्वारा बताया गया है पहले उनका बिजली का बिल लगभग सवा लाख आता था, सोलर प्लांट लगाने के बाद बिल लगभग 35 हजार आ रहा है।
प्लान्ट का किया जाए विस्तार
उपमुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्लान्ट का विस्तार किया जाए, यहां पर बेसन, आटा, मसाला, तेल आदि की यूनिट लगाने का प्लान एक माह के अन्दर तैयार किया जाए और बैंकों से टाइअप कर समूहों की पूरी मदद की जाय। आधी आबादी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डबल इंजन सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस रेस्पी बेस्ड अनुपूरक पुष्टाहार उत्पादन इकाई में 10 स्वयं सहायता समूहों की चयनित दीदियों द्वारा कार्य किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे पुष्टाहार विभाग को आपूर्ति के अलावा मार्केट में बेचने के लिए भी उत्पाद तैयार हों। इससे महिलाओं की आमदनी के नये-नये रास्ते खुलेंगे। उपमुख्यमंत्री ने महिलाओं से वार्ता करते हुए उनके सुझाव भी लिये और उनके काम की तारीफ की।