लखनऊ: संभल हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने जा रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को लखनऊ पुलिस ने सोमवार को रोक दिया है। आज लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। पुलिस ने अजय राय को नोटिस जारी करके संवेदनशीलता और धारा 163 BNS का हवाला देते हुए संभल न जाने का निर्देश दिया।
कांग्रेस ने सरकार की इस कार्रवाई की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा, संभल हिंसा के चलते पीड़ितों का दुख दर्द बांटने और उनके साथ खड़े होने का हमारा प्रयास सरकार और प्रशासन को खटक रहा है। हमें और कई कांग्रेस नेताओं को ‘हाउस अरेस्ट’ कर लिया गया। उन्होंने कहा, सरकार और प्रशासन की नाकामी के कारण संभल हिंसा की आग में जल रहा है। पीड़ित परिवारों से मिलने और शांति बहाल करने की हमारी कोशिशों को रोका जा रहा है। आखिर सरकार को किस बात का डर है? क्या संभल में कुछ ऐसा है, जिसे छिपाने का प्रयास किया जा रहा है?
अजय राय बोले- प्रतिबंध हटने के बाद जाएंगे
संभल जाने से रोकने पर कार्यकर्ताओं और पुलिस में हल्की झड़प भी देखने को मिली। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। अजय राय ने कहा कि जब भी प्रतिबंध हटेगा तो कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल संभल जरूर जाएगा। हम संभल जाकर वहां की स्थिति की अपने स्तर पर जांच करेंगे। यह भी खुलासा करेंगे कि पुलिस प्रशासन के लोग किस तरह से गलत जांच रिपोर्ट पेश करते हैं। उन्होंने कहा, जब भी प्रतिबंध हटेगा तो कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल संभल जरूर जाएगा। हम संभाल जाकर वहां की स्थिति का अपने स्तर पर जांच करेंगे और यह भी खुलासा करेंगे कि पुलिस प्रशासन के लोग किस तरह से गलत जांच रिपोर्ट पेश करते हैं।
संभल जाने की तैयारी में थी कांग्रेस टीम
अजय राय और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल रविवार को संभल जाने की तैयारी में थे। इससे पहले ही लखनऊ पुलिस ने नोटिस भेजकर उन्हें रोक दिया। कांग्रेस नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन और सरकार की तानाशाही करार दिया है। कांग्रेस कार्यालय के बाहर पुलिस बल की तैनाती और नेताओं को हाउस अरेस्ट करने की घटना को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। पार्टी ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया है और कहा कि सरकार की यह कार्रवाई निंदनीय और शर्मनाक है।
गौरतलब है कि संभल में हालिया हिंसा के कारण तनावपूर्ण माहौल है। प्रशासन ने किसी भी राजनीतिक दौरे को लेकर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि, कांग्रेस ने प्रशासन के इस कदम को अलोकतांत्रिक बताते हुए अपने विरोध को जारी रखने का ऐलान किया है।