बरेली: स्वदेश भूषण गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राएं शुक्रवार को महिला सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण का संदेश लेकर शहर की सड़कों पर उतरीं। मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत छात्राओं ने साइकिल रैली निकालकर समाज को जागरूक किया। करीब दो किलोमीटर लंबी इस रैली में छात्राओं ने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “नारी का हो सम्मान हमारा”, “महिला सशक्तिकरण ही सशक्त समाज की पहचान” जैसे नारे लगाए।
रैली में छात्राओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। इस दौरान एएसपी सोनाली मिश्रा खुद साइकिल पर सवार होकर बच्चियों के साथ चलीं और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आंदोलन है- जिसका मकसद महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।
अनुशासन और जोश के साथ रैली निकाली
छात्राओं ने सड़कों पर अनुशासित तरीके से रैली निकालकर राहगीरों का ध्यान आकर्षित किया। लोगों ने जगह-जगह छात्राओं का स्वागत किया। बच्चियों का जोश देखकर साफ था कि नई पीढ़ी अब खुद को कमजोर नहीं, बल्कि समाज की ताकत मानती है।
तेजतर्रार आईपीएस सोनाली मिश्रा ने बताया, मिशन शक्ति फेज 5.4 के तहत थाना सुभाषनगर क्षेत्र में यह साइकिल रैली आयोजित की गई। इसमें सुदेश भूषण स्कूल की छात्राएं हिस्सा ले रही हैं। रैली का उद्देश्य महिलाओं में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास जगाना है। आज की महिला लीडर की तरह समाज में आगे बढ़ रही है। अगर किसी महिला को किसी भी तरह की परेशानी है, तो पुलिस हर वक्त उसके साथ है-हम 24 घंटे तैयार हैं।
पुलिस की हेल्पलाइन हर वक्त एक्टिव
एएसपी सोनाली मिश्रा ने बताया कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई अहम कदम उठा रही है। हेल्पलाइन नंबर 1090 और 112 लगातार सक्रिय हैं। मिशन शक्ति फेज 5 के तहत हर थाने में एक अलग महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है, जहां संवेदनशील महिला स्टाफ 24 घंटे ड्यूटी पर रहती है। उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर महिला को पुलिस स्टेशन में जाकर सहज महसूस हो और उसकी हर समस्या का समाधान तुरंत हो।
मिशन शक्ति अभियान के तहत निकली इस साइकिल रैली ने न केवल समाज को जागरूक किया बल्कि यह भी दिखाया कि अब बेटियां हर मोर्चे पर आगे बढ़ने को तैयार हैं। पुलिस और प्रशासन के सहयोग से निकली यह पहल महिला सुरक्षा और सम्मान की दिशा में मजबूत कदम साबित हुई।