बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल की आग काफी ज्वलंतशील हो गई। क्षेत्र में 50 से ज्यादा घरों में तोड़फोड़ की खबर है। हालांकि, इन घरों में एक भी शख्स मौजूद नहीं है। हरदी और महसी इलाके में करीब 20 किमी क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। कोई अनहोनी न हो, इसके लिए पुलिस की गाड़ियां लगातार घूम रही हैं।
हिंसाग्रस्त क्षेत्र में 300 अधिक पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसमें RAF, PAC और स्थानीय पुलिस शामिल है। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि जिन घरों में तोड़-फोड़ की गई है, उन सारे घरों को चिह्नित किया जा रहा है। अफवाहों को रोकने के लिए जिले में 16 अक्टूबर इंटरनेट बंद कर दिया गया है। सोमवार शाम को पीएसी के बाद आरएएफ भी पहुंच गई। पुलिस का फोकस अभी शांति व्यवस्था बनाए रखने पर है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने आगजनी करने वालों की पहचान शुरू कर दी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश समेत सीनियर पुलिस ऑफिसर अभी बहराइच में डेरा डाले हैं।
पीड़ित परिवार से आज मिलेंगे सीएम योगी
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा के पीड़ित परिवार से मंगलवार को मुलाकात करेंगे। मृतक रामगोपाल का परिवार मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लखनऊ रवाना हो गया है। विधायक महसी सुरेश्वर सिंह पुलिस और पीएसी टीम के साथ गांव पहुंचे थे। कुछ देर पहले परिवार विधायक के साथ लखनऊ रवाना हो गया है।
20 किमी का एरिया हिंसा प्रभावित
रमपुरवा चौकी, महाराजगंज, महसी तहसील समेत करीब 20 किमी का एरिया हिंसा प्रभावित है। सोमवार को आगजनी में भीड़ ने एक अस्पताल, 20 से ज्यादा दुकानों और घरों में आग लगा दी थी। रातभर फोर्स ने हिंसा प्रभावित इलाकों में गश्त की है। लोगों में गुस्सा इसलिए भी ज्यादा है कि अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।