My Nation Lifestyle Desk: बढ़ती गर्मी और चिलचिलाती धूप ने लोगों का हाल बुरा कर दिया हैं. ऐसे मौसम में लोग खाने से ज्यादा पीने पर जोर देते हैं. धूप और गर्मी की वजह से शरीर में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ने लगता है. ऐसे में अक्सर लोग कोल्ड ड्रिंक्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स या फिर फ्रिज का पानी पीने लगते हैं. इससे आपके शरीर को कुछ समय के लिए गर्मी से राहत मिल सकती है. वहीं आजकल कुछ लोग एप्पल जूस पीना ज्यादा पसंद करते हैं. दरअसल, एप्पल सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन सेब का जूस सेहत के लिए उतना असरदार नही हैं.
एक्सपर्ट का कहना हैं कि सेब खाना हमारे लिए बेहद फायदेमंद है लेकिन एप्पल जूस जिसे डिब्बों में पैक करके बेचा जा रहा है वो सेहत के लिए खतरा है. एप्पल जूस बच्चों को फैटी लिवर का शिकार बना रहा है. ये जूस बच्चों से लेकर युवाओं तक की सेहत पर शराब की तरह असर कर रहा है. सेब का जूस अल्कोहल नहीं है लेकिन ये शराब की तरह ही सेहत पर असर कर रहा है.
बच्चों में शराब की तरह असर कर रहा एप्पल जूस
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो इन दिनों बच्चों को फैटी लीवर की बीमारी हो रही है जबकि बच्चे शराब नहीं पीते. बच्चों पर सेब का जूस शराब की तरह ही असर कर रहा है. बच्चों पर सेब का जूस शराब की तरह ही मेटाबोलाइज्ड होता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सेब का जूस सेहत पर कैसा असर करता है, क्या ये अल्कोहल की तरह हानिकारक है?
सेब का जूस और शराब का सेहत पर असर
एक्सपर्ट्स के मुताबिक एप्पल जूस शराब जितना हानिकारक है या नहीं, यह विषय चौंकाने वाला लग सकता है, लेकिन यह जांच के लायक है. एक्सपर्ट ने बताया कि दोनों ड्रिंक का हमारे शरीर पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है. अगर इनके सेहत पर असर को पहचान लिया जाए तो बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी.
जानें किस तरह से एप्पल जूस शरीर पर कर रहा असर
एप्पल जूस और अल्कोहल अपनी अलग-अलग सामग्री के कारण सेहत पर कुछ अलग-अलग प्रभाव डालते हैं. एप्पल जूस में विटामिन सी जैसे विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ फ्रुक्टोज और ग्लूकोज जैसी नेचुरल शुगर होती है. इस जूस में चीनी की अधिक मात्रा चिंता का विषय है. अगर लगातार और ज्यादा इस जूस का सेवन किया जाए तो ये सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. प्रोसेस सेब का जूस जो बाजार में मिलता है उसमें पोषक तत्वों और फाइबर की कमी होती है जो डायबिटीज मरीजों के लिए जहर है. इस जूस का सेवन वजन को बढ़ा सकता है.
मॉडरेट शराब का सेवन भी सेहत के लिए जहर है. इसका कम सेवन करने से भी लीवर के कार्य, मस्तिष्क के स्वास्थ्य और समग्र स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है. रेड वाइन को कुछ हद तक दिल की सेहत में सुधार करने के लिए ठीक माना जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जिसकी वजह से इसे दिल की सेहत से जोड़ा गया है.