नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि सरकार ने दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्तियां छीनने का काम किया है। खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में लाभार्थियों की संख्या में साल-दर-साल भारी कटौती की गई, साथ ही इस मद में फंड भी कम खर्च किया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर लगाए ये आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए पोस्ट में लिखा कि ‘देश के एससी, एसटी और ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं की छात्रवृत्तियों को आपकी सरकार ने हथियाने का काम किया है। सरकारी आंकड़े बातते हैं कि सभी वजीफों में मोदी सरकार ने लाभार्थियों की भारी कटौती तो की है, साथ ही साल-दर-साल फंड में औसतन 25 फीसदी कम खर्च किया है।’
.@narendramodi जी,
देश के SC, ST, OBC और Minority वर्ग के युवाओं की छात्रवृत्तियों को आपकी सरकार ने हथियाने का काम किया है।
ये शर्मनाक सरकारी आँकड़े बताते हैं कि सभी वज़ीफों में मोदी सरकार ने लाभार्थियों की भारी कटौती तो की है, साथ ही औसतम साल-दर-साल 25% फंड भी कम ख़र्च किया… pic.twitter.com/JG7cDkkbs8
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 25, 2025
खरगे ने लिखा कि ‘जब तक देश के कमजोर वर्ग के छात्रों को अवसर नहीं मिलेगा, उनके हुनर को प्रोत्साहन नहीं मिलेगा, तब तक हम अपने देश के युवाओं के लिए नौकरियां कैसे बढ़ा पाएंगे? आपका सबका साथ, सबका विकास का नारा, रोजाना कमजोर वर्गों के अरमानों का मजाक उड़ाता है।’ इसके साथ ही खरगे ने कमजोर और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति का डाटा भी साझा किया।
पीएम मोदी के असम दौरे पर भी कांग्रेस अध्यक्ष ने साधा था निशाना
इससे पहले खरगे ने पीएम मोदी के असम दौरे पर भी निशाना साधा था। सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में खरगे ने लिखा कि ‘हाल ही में असम में कांग्रेस नेताओं पर शारीरिक और राजनीतिक दोनों तरह से हमले किए गए। इनका जवाब जनता देगी। असम राज्य, भाजपा के भू-माफिया द्वारा भ्रष्टाचार, नफरत और कुशासन का परिणाम झेल रहा है।’ खरगे ने लिखा कि ‘युवाओं की बेरोजगारी, चाय बागान के कर्मियों की लाचारी, गैरकानूनी विदेशियों के मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट की लताड़ और भाजपाई दोगलापन जगजाहिर है। विकास के हर पैमाने पर राज्य पिछड़ गया है।’