उत्तर प्रदेश, राजनीति

अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने खोला पिटारा

अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने खोला पिटारा
  • -10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के ठहरने का किया गया इंतजाम, करीब 1100 स्थायी व अस्थायी शौचालय बनाए गए

अयोध्या। प्रयागराज महाकुम्भ के दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। 10 हजार लोगों के ठहरने के इंतजाम के साथ ही उनकी मूलभूत सुविधाओं को ध्यान रखते हुए नगर निगम द्वारा जगह-जगह पेयजल, शौचालय व प्रकाश व्यवस्था के भी इंतजाम किए गए हैं। 24 घंटे साफ सफाई रहेगी, इसके लिए दो हजार से अधिक सफाईकर्मी तैनात रहेंगे। यह व्यवस्थाएं 12 जनवरी से 28 फरवरी तक रहेंगी।

महाकुम्भ के दौरान देश-विदेश के श्रद्धालु अयोध्या भी पहुंचेंगे। रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं, इसलिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि हो सकती है। इसे देखते हुए गत दिनों अयोध्या आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को व्यापक इंतजाम के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि यहां पड़ने वाले प्रांतीय मेले में भी किसी श्रद्धालु को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इस पर नगर निगम ने मास्टर प्लान तैयार किया। आश्रय स्थलों में 24 घंटे साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश तथा रात में अलाव की भी व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए अयोध्या के प्रमुख मठ, मंदिरों के महंत व प्रबंधन से भी आश्रय प्रदान करने की अपील की जा रही है।

यहां होंगे 10 हजार लोगों के ठहरने के इंतजाम

  • अयोध्या बस अड्डे के समीप आश्रय स्थल-3000

  • सभी रैन बसेरे-600

  • अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन-3000

  • निषाद राज गुह्य आश्रय गृह-700

  • राम कथा पार्क के निकट आश्रय गृह-500

  • सतरंगी पुल के नीचे रामघाट हॉल्ट-600

  • रायबरेली रोड पर कल्याण मंडप-300

  • अमानीगंज जलकल के सामने एमएलसीपी पार्किंग स्थल-350

  • कलेक्ट्रेट के पीछे एमएलसीपी पार्किंग स्थल-350

  • जोनल कार्यालय आशिफबाग़-300

  • साकेत सदन-300

स्वच्छ दिखेगा अयोध्या धाम

अयोध्या धाम क्षेत्र में 24 घंटे सफाई  के लिए 2277 कर्मी व 66 पर्यवेक्षकों को नियोजित किया गया है। इसके अलावा 5 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन, 4 लिटर पिकर, घाटों की बेहतर साफ-सफाई के लिए प्रेशर वाशर एवं स्क्रबर प्रेशर वाशर आदि संसाधनों को सम्मिलित किया गया है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में कूड़ा प्रबंधन व बेहतर साफ-सफाई के लिए 86 वाहनों की व्यवस्था करायी गयी है। प्रमुख कार्यक्रम स्थल रामपैड़ी, रामकथा पार्क व घाट सहित समस्त क्षेत्रों में उत्कृष्ट सफाई व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं के सम्भावित आगमन के दृष्टिगत अयोध्या धाम के सभी क्षेत्रों में सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालयों के अतिरिक्त प्रसाधन के लिए प्रमुख स्थलों पर केयर टेकर सहित 30 मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की गई है।

कुल 1125 सीटों के शौचालय की व्यवस्था

अयोध्या धाम सम्पूर्ण मेला क्षेत्र समेत अन्य स्थानों में 40 स्थायी शौचालयों में उपलब्ध 487 सीटों के अतिरिक्त 38 स्थलों को चिह्नित कर 638 सीट के अस्थायी शौचालय की स्थापना कराई गई है। कुल 1125 सीटों के शौचालय की व्यवस्था की गई हैं। प्रत्येक 10 सीट पर एक कर्मी की ड्यूटी लगायी गयी है। वाह्य क्षेत्रों, पार्किंग होल्डिंग एरिया में 34 मोबाइल टॉयलेट (196 सीट) के माध्यम से शौचालय की व्यवस्था की गयी हैं। सभी शौचालयों पर हैंडवॉश, मिरर आदि की व्यवस्था की गयी है। अस्थायी शौचालयों के नियमित देखरेख के लिए एक केयरटेकर व समस्त मोबाइल टॉयलेट पर एक-एक कर्मी की ड्यूटी लगायी गयी है।

प्रवर्तन दल जुटेगा, सिंगल यूज पॉलीथिन के खिलाफ चलेगा अभियान

संपूर्ण मेला क्षेत्र में पॉलीथीन निषिद्ध क्षेत्र के साथ प्रवर्तन कार्य एवं जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। यहां आईईसी टीम द्वारा येलो, रेड स्पॉट्स एवं जीवीपी को निरंतर चिह्नित करने के साथ-साथ आम जनमानस से उसे साफ़ रखने के लिए जागरूक भी किया जायेगा। स्प्रिंकलर के माध्यम से निरंतर डस्ट कंट्रोल किया जाएगा। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में में निराश्रित गोवंशों को प्रतिबंधित किए जाने हेतु तीन टीमें गठित की गई हैं। नगर निगम के कर्मचारी रामपथ व धर्मपथ, भक्तिपथ मार्ग पर आवश्यकतानुसार जगहों पर छुट्टा जानवरों के रोकथाम का कार्य करेंगे। राज्य स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पब्लिक एड्रेस सिस्टम व वेरिएबल मैसेजिंग सिस्टम के माध्यम से स्वछता, पॉलिथीन प्रतिबंध, अतिक्रमण, यातायात व्यवस्था के लिए जागरूक किया जायेगा।

शीत लहर से बचाने को लगेंगे 50 गैस हीटर

मेले के दौरान नगर निगम 50 गैस हीटर के इंतजाम कर रहा है। अयोध्या धाम व कैंट के सार्वजनिक स्थलों पर 28, पार्किंग स्थल पर 12, रैन बसेरे में सात व आश्रय स्थल पर तीन गैस हीटर के इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही अलाव की भी व्यवस्था रहेगी।

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