गाजियाबाद: पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान कुख्यात लुटेरे शहबाज के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार किया है। शहबाज एक ऐसे गैंग का सदस्य है, जो अब तक 30 से 40 महिलाओं से लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। लूटपाट के बाद ये लोग जेवरात को दिल्ली में एक सर्राफा व्यापारी को बेचते थे और फिर आपस में पैसों का बंटवारा कर लेते थे।
शहबाज के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा में लूट और चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। घटनास्थल से एक तमंचा, एक कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है।
बाइक रोकने पर की फायरिंग
एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि इंदिरापुरम पुलिस टीम कनावनी पुलिया के पास चेकिंग कर रही थी, तभी हिंडन नहर पुल की ओर से एक बाइक पर सवार दो युवकों को आते देखा गया। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन वे नहीं रुके और तेजी से बाइक मोड़कर भागने लगे। इस दौरान बाइक फिसलकर गिर गई।
जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो एक बदमाश ने बाइक छोड़कर पुलिस पार्टी पर तमंचे से फायरिंग कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें शहबाज उर्फ पोली पुत्र अब्दुल रहमान, निवासी नंद नगरी, दिल्ली के पैर में गोली लग गई। उसका दूसरा साथी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया।
पूछताछ में किया कई लूट की वारदातों का खुलासा
पूछताछ में शहबाज ने बताया कि वह अपने फरार साथी के साथ मिलकर गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली-एनसीआर में राह चलते लोगों से मोबाइल और चैन लूटता था। वे सुनसान स्थानों पर अकेली महिलाओं को निशाना बनाते थे, विशेष रूप से उनकी चैन और कुंडल छीनते थे।
लूटे गए जेवरात दिल्ली में सस्ते दामों पर बेचकर, उससे मिले पैसे वह अपने शौक और ऐशो-आराम में खर्च कर देता था। अब तक यह गैंग करीब 30 से 40 महिलाओं से लूट कर चुका है। मौके से बरामद काले रंग की बाइक भी दिल्ली से चोरी की गई थी। पुलिस अब इस गैंग के फरार दूसरे बदमाश की तलाश में जुटी है।