लखनऊ: मोहनलालगंज सीएचसी मामले को लेकर आम आदमी पार्टी यूपी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने योगी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि इस सरकार के राज में अस्पताल अब इलाज के केंद्र नहीं, बल्कि मौत के अड्डे बन चुके हैं। जब राजधानी के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था का ये हाल है, तो ज़रा सोचिए कि ग्रामीण इलाक़ों में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल कैसा होगा? उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर के बीरसिंहपुर स्थित सेमरी बाज़ार में 27 करोड़ की लागत से बने अस्पताल में 13 चिकित्सकों की तैनाती है लेकिन सच्चाई यह है कि मौके पर एक भी चिकित्सा उपस्थित नहीं है।
आप प्रवक्ता ने कहा, मेरठ मेडिकल कॉलेज की हालत यह है कि एक-एक बेड पर पांच- पांच मरीज लिटाए जा रहे हैं, आयुष्मान वार्ड में न दवा है, न पानी, न चादर है। अलीगढ़ के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर तक नहीं मिल रहा है। मजबूर होकर बेटे को अपने पिता की लाश कंधे पर उठाकर ले जानी पड़ रही है। सोनभद्र के पीएचसी पर ताला बंद होने से गर्भवती महिला को गेट पर ही प्रसव करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह योगी सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं का असली चेहरा है, जहां वित्तीय वर्ष 2025- 26 में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बजट 50 हज़ार 550 करोड़ 41 लाख है। वंशराज दुबे ने कहा कि अगर योगी सरकार उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को नहीं संभाल पा रही है तो अरविंद केजरीवाल से एक टीम बनवा लें जो उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर कर सके।
उन्होंने सवाल किया –
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27 करोड़ की लागत से बने सुल्तानपुर के बिरसिंहपुर अस्पताल में डॉक्टर क्यों नहीं हैं?
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आयुष्मान योजना के नाम पर मरीजों को दवा क्यों नहीं मिल रही?
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क्यों आज भी स्ट्रेचर के बिना मरीजों और लाशों को ढोना पड़ रहा है?
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क्यों सरकारी अस्पतालों में ताले बंद हैं और गरीब महिलाएं सड़क पर बच्चे जनने को मजबूर हैं?