प्रयागराज: जनपद में इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने लाइसेंसी राइफल से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह वाराणसी क्राइम ब्रांच में तैनात थे। कुछ दिनों से प्रयागराज स्थित घर पर अकेले रहते थे। रविवार शाम करीब 5 बजे उन्होंने म्योर रोड स्थित घर में कनपटी पर गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे, लेकिन अंदर से गेट बंद था।
आवाज देने पर कोई रिस्पान्स नहीं मिला तो पड़ोसियों ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस बुलाई। पुलिस गेट फांदकर अंदर गई तो इंस्पेक्टर का खून से लथपथ शव बेड पर पड़ा था। तरुण पांडेय (52 वर्ष) को सितंबर में गैरहाजिर होने के चलते सस्पेंड किया गया था। वह रीढ़ की हड्डी में बीमारी के चलते परेशान थे। दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था।
बेड पर गिरे थे, पैर के पास पड़ी थी राइफल
पुलिस के अनुसार, इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने कनपटी में गोली मारी। शव बेड पर था। दोनों पैर जमीन की तरफ थे और पैर के बीच में राइफल थी। आधा शरीर बेड पर और पैर बेड से नीचे थे। जमीन पर बीयर की एक बोतल भी गिरी थी। इंस्पेक्टर के एक हाथ में मोबाइल था, जिसमें दिख रहा था कि वह किसी को वॉयस रिकॉर्डिंग भेजने जा रहे थे। वॉयस रिकॉर्डर ऑन था, हालांकि क्या कुछ रिकॉर्ड हो पाया था या नहीं, इस पर पुलिस अभी कुछ बता नहीं रही है। वह किसको रिकॉर्डिंग भेज रहे थे। यह पता नहीं चल पाया है।
प्रयागराज डीसीपी अभिषेक भारती ने कहा कि इंस्पेक्टर ने जिस राइफल से सुसाइड किया उसे जब्त कर लिया गया है। इंस्पेक्टर यहां अकेले थे, इसलिए शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। सूचना परिवार को दी गई है।
एक गोली मिस हुई तो दूसरी मारी
फोरेंसिक टीम ने कमरे की जांच में पाया कि एक गोली मिस हो गई, जबकि दूसरी गोली गले के निचले हिस्से को चीरती हुई सिर के ऊपरी हिस्से से आर-पार हो गई। इसके बाद गोली छत पर जा लगी। छत का प्लास्टर उखड़ गया। खून से लथपथ इंस्पेक्टर का चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था। क्योंकि, गले में गोली लगने से उनकी आंखें तक बाहर निकल आई थीं।
पत्नी बेटे के पास बेंगलुरु गई थी
प्रयागराज के थरवई के रहने वाले सुनील यादव इंस्पेक्टर तरुण पांडेय की कार चलाते थे। उसने बताया कि साहब ने हमें 10 दिन पहले छुट्टी दी थी और कहा था कि तुम अपने घर जाओ। हम इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली से आने पर कॉल करके बुलाएंगे। शनिवार को ही वह दिल्ली से प्रयागराज लौटे थे। पत्नी पूनम पांडेय होली के समय ही बेटे ईशान के पास बेंगलुरु गई थीं। मार्च में ही उन्होंने अपनी बेटी अंशु की शादी की थी। रविवार की देर रात बेटी अंशु पति के साथ लखनऊ से प्रयागराज पहुंच गईं।
ACP कर्नलगंज राजीव यादव ने बताया कि हर पहलु पर जांच की जा रही है। मोबाइल कब्जे में लिया है। यह पता लगाया जा रहा कि आखिर किन कारणों से तरुण ने खुद को गोली मारी है। इंस्पेक्टर तरुण पांडेय गोंडा जिले के बैजलपुर गांव के रहने थे।
12 सितंबर 2024 को सस्पेंड किए गए
पुलिस जांच में पता चला कि इंस्पेक्टर तरुण पांडेय वाराणसी क्राइम ब्रांच की विवेचना शाखा में तैनात थे। सितंबर 2024 में छुट्टी पूरी होने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटे तो 12 सितंबर 2024 को इनको सस्पेंड कर दिया था। 15 सिंतबर 2024 को पुलिस लाइन में इन्होंने आमद कराई। 20 नवंबर 2024 को विभाग ने निलंबन से बहाल किया। इसके बावजूद इन्होंने जॉइन नहीं किया और गैरहाजिर रहे।