प्रयागराज: महाकुंभ में संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हादसे में 10 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत की खबर है, जबकि कई श्रद्धालु घायल हैं। हालांकि, अभी तक प्रशासन की ओर से मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाई लेवल इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर संगम तट के हालात पर समीक्षा बैठक की है।
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने बुधवार को मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की, जिसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 4 बार फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं,
माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।
आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है। किसी भी अफवाह…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
पीएम मोदी ने की सीएम योगी से बात
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आस-पास के जिलों से भी डॉक्टर्स को मेला क्षेत्र में आवश्यकता अनुसार भेजा जाए। उन्होंने अखाड़ा परिषद के प्रमुख आचार्यों से बात की और स्नान के आयोजन को सुचारु रूप से जारी रखने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि केंद्र सरकार की तरफ से सभी स्वास्थ्य सेवाओं की मदद की जाएगी।
संगम तट पर भगदड़ की प्रमुख वजहें
- संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।
- अमृत स्नान की वजह से अधिकतर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई, जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देख भगदड़ फैलने की अफवाह मच गई।
संगम तट पर पहुंचीं 70 से ज्यादा एंबुलेंस
हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।