World Mental Health Day 2025: विश्व मानसिक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बलरामपुर चिकित्सालय नर्सिंग कालेज में मानसिक स्वास्थ्य कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी सिंह ने कहा कि इस साल विश्व मानसिक दिवस की थीम Access to Services- Mental Health in Catastrophes and emergencies (आपदाओं तथा आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य तक पहुंच)है। उन्होंने कहा कि आपदाओं और आपात स्थितियों में जहां शारीरिक, भौतिक व अन्य चीजों की हानि होती हैं वहीं मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है। इसका उदाहरण कोविड-19 है। इसके बाद मानसिक रोग बढ़े हैं, इसलिए योग, मेडिटेशन और समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी
उन्होंने कहा, इसके लिए जहां विशेषज्ञों द्वारा विभाग सेवाएं मुहैया कराइ जा रही हैं वहीं टेली मानस हेल्पलाइन नंबर 14416 के माध्यम से निःशुल्क मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। इस पर कॉल कर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं ले सकते हैं। नोडल अधिकारी डॉ. निशांत निर्वाण ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को बताते हुआ कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही जरूरी है। तेज़ जीवनशैली व प्रतिस्पर्धा के कारण बढ़ रहे तनाव, अवसाद, चिंता जैसी समस्याओं से लोग ग्रसित हो रहे हैं। कार्यशाला में डॉ. पीके श्रीवास्तव, डॉ. अभय सिंह, डॉ. गरिमा सिंह और नर्सिंग कालेज की प्रधानाचार्या रागिनी त्रिवेदी सहित करीब 78 प्रतिभागी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।