हापुड़: बिहार के 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश डब्लू यादव (35) का हापुड़ जिले में एनकाउंटर में कर दिया गया है। एसटीएफ को इनपुट मिला था कि डब्लू सिंभावली में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। रविवार रात ढाई बजे टीम ने बढ्ढा नहर पुल के पास घेराबंदी की। बदमाश को सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से वह घायल हो गया। उसको अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डब्लू यादव बिहार के बेगूसराय का रहने वाला था। इसने जीतन राम मांझी की हम पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष राकेश शाह की अपहरण के बाद हत्या की थी। डब्लू ने साल 2017 में अपने खिलाफ न्यायालय में गवाही देने पर महेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 18 जुलाई को बिहार पुलिस ने डब्लू को भगोड़ा घोषित किया था। डब्लू पर हत्या, डकैती और रंगदारी समेत 24 मुकदमे यूपी और बिहार में दर्ज थे।
जॉइंट ऑपरेशन में ढेर हुआ डब्लू
थाना प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिहार पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में डब्लू यादव को ढेर किया। डब्लू की लंबे समय से तलाश की जा रही थी। एनकाउंटर स्पॉट से पुलिस ने एक बाइक बरामद की है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इनपुट के आधार पर 4 दिन पहले बिहार पुलिस की टीम यूपी पहुंची थी।
यूपी एसटीएफ को साथ लेकर उसकी तलाश कर रही थी। रविवार रात करीब तीन बजे बिहार और यूपी STF ने हापुड़ जिले के बड्डा नहर पुल के पास उसे घेर लिया। सरेंडर करने की बजाए डब्लू ने फायरिंग की। जबावी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।
बेगूसराय से किडनैपिंग, मुंगेर में मिली थी बॉडी
25 मई की देर शाम बेगूसराय के संदलपुर निवासी इंद्रदेव साह के बेटे राकेश कुमार उर्फ विकास का घर के पास से बदमाशों ने हथियार के बल पर अपहरण कर लिया था। ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए उसे दियारा की ओर लेकर चले गए थे। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी, लेकिन कुछ पता नहीं चला। 29-30 मई की रात में मुंगेर जिले के लाल दरवाजा दियारा में गंगा नदी किनारे बालू में राकेश का शव गड़ा मिला था।
डब्लू यादव पर 50 हजार का इनाम था
वारदात के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी डब्लू यादव का घर जेसीबी से तोड़ दिया था। उसकी सरपंच पत्नी सीता देवी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन डब्लू यादव फरार चल रहा था। पुलिस ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।