बरेली: बरेली बवाल को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता वीरपाल सिंह यादव ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद पीड़ित परिवारों से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें इजाजत नहीं दी।
वीरपाल यादव ने कहा, अखिलेश यादव पीड़ितों से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। उन्होंने हम लोगों को निर्देश दिया है कि सपा का प्रतिनिधिमंडल जाकर पीड़ितों से मिले, उनकी आवाज जनता और अदालत तक पहुंचे। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट तक जाएंगे और न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे। हम जल्द ही फिर बरेली आएंगे।
बरेली बवाल सरकार की प्रायोजित साजिश
पूर्व सांसद ने बरेली हिंसा की जिम्मेदारी को लेकर दो टूक कहा, इस पूरे मामले में प्रशासन और सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। यह पूरी तरह से प्रायोजित घटना है। अगर प्रशासन चाहता तो इतनी भीड़ इकट्ठी ही नहीं होती। लेकिन जानबूझकर निर्दोषों पर लाठीचार्ज किया गया।
वहीं, तौकीर रजा की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पर वीरपाल यादव ने कहा, तौकीर रजा समाजवादी पार्टी के नहीं हैं, उनकी अपनी पार्टी है। लेकिन हमारा मानना है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को जेल नहीं भेजा जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी दल से हो।
एयरपोर्ट पर अखिलेश यादव ने 20 नेताओं से की बैठक
इससे पहले बरेली एयरपोर्ट पर अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक अहम बैठक ली। इसमें जिलाध्यक्ष समेत करीब 20 नेताओं ने हिस्सा लिया। लगभग 20 मिनट चली इस बैठक में संगठन की स्थिति, आगामी रणनीति और 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी पर चर्चा हुई।
इस बैठक में अखिलेश यादव ने साफ कहा कि बरेली की घटना से हमें सबक लेना चाहिए। हमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों को साथ लेकर चलना है। किसी को कोई परेशानी न हो, इसके लिए सपा कार्यकर्ता तुरंत आगे आएं और मदद करें।
पीड़ितों से मिलने की जिम्मेदारी दी गई
सपा जिलाध्यक्ष शिव चरन कश्यप ने बताया कि पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को पीड़ितों से मिलने की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा, हम पूरी कोशिश करेंगे कि बरेली के हर पीड़ित परिवार की बात अखिलेश यादव तक पहुंचे और उन्हें न्याय मिले।