Bareilly News: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मुस्लिम एजेंडा जारी किया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज में तेजी से बढ़ रही सामाजिक, धार्मिक और नैतिक बुराइयों के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा। रजवी ने स्पष्ट कहा कि समाज को अब अपनी कमजोरियों को पहचानकर सुधार की दिशा में कदम बढ़ाना होगा। मौलाना रजवी ने कहा कि बरेलवी समुदाय राजनीति के क्षेत्र में काफी पीछे रह गया है क्योंकि उलमा ने सीधे तौर पर राजनीति में रुचि नहीं ली। इसकी वजह से नौजवानों को आगे आने का मौका नहीं मिला। अब बरेलवी समुदाय को राजनीति में सक्रिय होना होगा। हर जिले में बरेलवी नेतृत्व को तैयार कर दमखम के साथ राजनीतिक प्रतिनिधित्व किया जाएगा।
गैर–शरई कामों से बचने की अपील
मौलाना रजवी ने मुस्लिम समाज की शादियों में बढ़ती फिजूलखर्ची और दिखावे पर रोक लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि शादी को इस्लाम ने आसान बनाया है लेकिन आज यह महंगी और बोझिल कर दी गई है। दहेज की मांग और नुमाइश नाजायज है। वहीं बारात, वलीमा और हॉल बुकिंग पर होने वाली फिजूलखर्ची बंद होनी चाहिए। शादियों में खड़े होकर खाने की परंपरा शरीयत के खिलाफ है, बैठकर खाने की व्यवस्था होनी चाहिए।
शिक्षा में सुधार के लिए सुझाव
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-अमीर मुसलमानों को स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खोलने चाहिए।
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-धार्मिक और आधुनिक शिक्षा में संतुलन लाना जरूरी है।
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-आईएएस, आईपीएस, पीसीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर स्थापित किए जाएं।
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-गरीब छात्रों को मुफ्त शिक्षा व कोचिंग दी जाए।
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-लड़कियों के लिए अलग स्कूल और कॉलेज खोले जाएं ताकि वे भी तरक्की कर सकें।
फिजूलखर्ची और नशे पर रोक जरूरी
रजवी ने कहा कि आज कई नौजवान नशे के शिकार हो चुके हैं, जिससे परिवार और समाज दोनों प्रभावित हो रहे हैं। इसके लिए मस्जिदों के इमाम और समाज के बुद्धिजीवी आगे आएं। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को जलसा, जुलूस और उर्स में होने वाली जरूरत से ज्यादा फिजूलखर्ची से बचना चाहिए।