लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने संकेत देते हुए प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए ‘लोकल मेनिफेस्टो’ बनाने का ऐलान किया है। शुक्रवार को पूर्व सीएम ने मथुरा-वृंदावन, हाथरस और आगरा में ‘लोकल मेनिफेस्टो’ बनाने की घोषणा की। समाजवादी पार्टी द्वारा स्थान विशेष के ‘लोकल’ की घोषणा के पीछे का तर्क भी दिया गया है।
सपा के लोकल मेनिफेस्टो का तर्क
- इन स्थानों पर वर्चस्ववादियों द्वारा पैदा की गईं उत्पीड़नकारी सामाजिक भेदभाव की निंदनीय परिस्थितियां।
- इन स्थानों पर जान बूझकर बंद की जा रहीं आर्थिक गतिविधियां और यहां लगातार घटते आय-रोज़गार के साधन।
- इन स्थानों पर भाजपा के महा-भ्रष्टाचार से जन्मे नकारात्मक राजनीतिक हालात।
- इन स्थानों पर सत्तापोषित भूमाफ़ियों व बाहरी ठेका-माफ़ियाओं का मकड़जाल।
- इन स्थानों पर स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था की बदहाली।
- इन स्थानों पर स्थानीय किसानों, मज़दूरों, युवाओं, महिलाओं, कारीगरों, दुकानदारों, कारोबारियों को नज़रअंदाज़ करने की भाजपाई साज़िशें।
- इन स्थानों की लंबे समय से चली आ संरचनात्मक सुधारों की मांग की अनदेखी।
- इन स्थानों की पूरी तरह से उपेक्षित स्थानीय अपेक्षाएं व बुनियादी ज़रूरतों की दुर्दशा।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 12, 2025
प्रदेश के लिए आदर्श मॉडल बनेगी यह पहल
‘लोकल मेनिफेस्टो’ एक सार्थक पहल है, जो पूरे प्रदेश के लिए आदर्श मॉडल बनेगी। जब, जहां जैसी आवश्यकता होगी, इसी तरह के ‘लोकल मेनिफेस्टो’ बनाकर, स्थानीय महत्व के मुद्दों व सड़क, फ्लाई ओवर, बिजली, पानी, जलभराव, ट्रैफिक जाम, पक्की गलियों व अन्य इन्फ़्रास्ट्रक्चरल डेवलपमेंट पर समयबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। जनता आज भी समाजवादियों के कामों को याद करती है और उन पर पूरी तरह से विश्वास भी करती है, इसीलिए ऐसे विशिष्ट प्रयासों से जनता फिर से समाजवादियों की सौहार्दपूर्ण, विकासोन्मुखी सरकार बनाएगी और उप्र को अमन-चैन और खुशहाली के रास्ते पर वापस लाएगी।