अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का सोमवार रात लगभग 10 बजे अंतिम संस्कार किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री और राज्यपाल सहित कई लोग शामिल हुए।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, अबतक 125 शवों के DNA मिल चुके हैं। सोमवार रात तक 83 शव उनके परिजनों को सौंपे गए। जो लोग परेशान हो रहे हैं, उनके लिए काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है। दुर्घटनाग्रस्त हुआ बोइंग अमेरिका में बना था। इसलिए अमेरिकी एजेंसी यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भी हादसे की जांच में जुट गई है। उसने घटनास्थल का दौरा भी किया।
ये एजेंसी भी कर रहीं हादसे की जांच
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB), नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA), ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इनवेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB, UK), अमेरिकी फेडरल एविएशन एजेंसी (FAA), बोइंग कंपनी, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) भी जांच कर रहे हैं।
सोमवार को प्लेन का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद हुआ। इससे पहले फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) बरामद हुआ था। प्लेन का ब्लैक बॉक्स भी बीके अस्पताल के हॉस्टल की छत से बरामद किया जा चुका है। इन सभी की जांच जारी है।
12 जून को हुआ था हादसा, प्लेन सवार 241 की मौत हुई
12 जून को एअर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171 (787-8 बोइंग ड्रीमलाइनर) उड़ान के कुछ देर बाद ही क्रैश हुई थी। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज ऐंड सिविल हॉस्पिटल के हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया था।
इस हादसे में प्लेन में सवार 241 लोग (229 यात्री (एक जीवित) और 10 केबिन क्रू, 2 पायलट), हॉस्टल बिल्डिंग और बाकी 34 लोगों को मिलाकर 275 की मौत हुई है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, कुल मौत का अंतिम आंकड़ा सभी DNA टेस्ट होने के बाद साफ होगा।
ब्लैक बॉक्स का वॉयस रिकॉर्डर भी मिला
15 जून को अधिकारियों ने पीएम मोदी के सचिव डॉ. मिश्रा को बताया था कि फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) का पता लगा लिया गया है और उन्हें सुरक्षित कर लिया गया है। विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स मिलने से जांचकर्ताओं के लिए दुर्घटना का कारण पता लगाना आसान हो जाएगा।