स्पोर्ट्स डेस्क: दुबई में रविवार (28 सितंबर) को खेले गए एशिया कप के फाइनल मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर 9वीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। टीम इंडिया की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बधाई देते हुए लिखा- ‘ऑपरेशन सिंदूर खेल के मैदान पर भी जारी है। नतीजा वही है, भारत की जीत। हमारे क्रिकेटरों को बधाइयां।’
#OperationSindoor on the games field.
Outcome is the same – India wins!
Congrats to our cricketers.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2025
भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2025 जीतने के बाद एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन मोहसिन नकवी से अवॉर्ड लेने से इनकार कर दिया। नकवी पाकिस्तान के गृहमंत्री भी हैं। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने साथी खिलाड़ियों के सामने खाली हाथ ही ऐसा जेस्चर बनाया मानो वे ट्रॉफी लेकर आ रहे हों। बाकी खिलाड़ियों ने भी इसे ही असली ट्रॉफी मानकर सेलिब्रेट किया।
समझें पूरा मामला
दरअसल, 22 अप्रैल को कश्मीर घाटी के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध तेज है। इस हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसमें पाकिस्तान को करारा जवाब मिला था, इसके बावजूद उसने इसे अपनी जीत बताया था।
पहलगाम हमले के विरोध में ही टीम इंडिया ने टूर्नामेंट के दौरान पाकिस्तान टीम से हाथ मिलाने से परहेज किया और अब PCB व ACC चेयरमैन नकवी से ट्रॉफी लेने से भी मना कर दिया। यह भारत का हर मोर्चे पर पाकिस्तान का विरोध करने और यह संदेश देने का तरीका है कि आतंकवाद का समर्थन करने वालों का बहिष्कार किया जाएगा।
नकवी ने एक घंटे तक किया टीम इंडिया का इंतजार
वैसे मैच खत्म होने के कुछ ही मिनटों बाद प्रेजेंटेशन सेरमनी हो जाती है, लेकिन फाइनल के बाद इसमें लगातार देरी होती रही। पाकिस्तानी खिलाड़ी शुरुआती एक घंटे तक मैदान पर नहीं आए। बीसीसीआई ने साफ कर दिया था कि भारतीय टीम नकवी के अलावा किसी और से ट्रॉफी लेने को तैयार है।
दुबई स्पोर्ट्स सिटी के खालिद अल जरूनी, जो मंच पर मौजूद थे, से ट्रॉफी लेने की बात भी चली। लेकिन नकवी मंच से हटने को तैयार नहीं हुए। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर नकवी ने जबरदस्ती ट्रॉफी देने का प्रयास किया होता, तो औपचारिक विरोध दर्ज किया जाता।
पाक खिलाड़ियों ने अमीनुल इस्लाम से लिए पुरस्कार
इस बीच, समारोह के दौरान प्रायोजकों के पुरस्कार बांटे गए। पाकिस्तानी टीम ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अमीनुल इस्लाम बुलबुल से अपने पुरस्कार लिए। भारत के कुलदीप यादव, अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा ने अपने व्यक्तिगत पुरस्कार लिए, लेकिन ये पुरस्कार उन्हें नकवी के बजाय मंच पर मौजूद अन्य अधिकारियों ने दिए। भारतीय खिलाड़ियों ने नकवी की ओर देखा तक नहीं और न ही नकवी ने इन खिलाड़ियों के लिए ताली बजाई।
पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा ने उपविजेता चेक नकवी से लिया और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं। जब भारतीय टीम का नाम पुकारा गया, तो ACC ने ऐलान किया कि भारतीय टीम पुरस्कार नहीं लेगी। प्रेजेंटर साइमन डूल ने बताया कि भारत ने अपने अवॉर्ड्स लेने से इनकार कर दिया है और इसलिए यह प्रेजेंटेशन सेरेमनी यहीं खत्म की जाती है। इसके बाद नकवी मंच से उतरे। हैरानी की बात यह रही कि ACC स्टाफ ट्रॉफी और मेडल्स भी अपने साथ ले गया।
‘भारत माता की जय’ के लगे नारे
न्यूज एजेसी PTI के मुताबिक, नकवी जैसे ही प्रेजेंटेशन स्टेज पर आए स्टैंड में बैठे भारतीय प्रशंसकों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।
भारतीय कप्तान बोले- ऐसा पहली बार देखा
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से ट्रॉफी के बारे में सवाल पूछा गया। सूर्या ने कहा, ‘जब से मैं क्रिकेट खेल रहा हूं तब से पहली बार देखा कि चैंपियन टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई। हमने बहुत मेहनत करके यह टूर्नामेंट जीता है। खैर कोई बात नहीं। भारतीय ड्रेसिंग रूम में अपने सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के साथ होना ही मेरे लिए ट्रॉफी है।’
BCCI सचिव ने कहा ICC में नकवी की शिकायत करेंगे
वहीं, बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने ANI को बताया, हमने फैसला किया था कि भारतीय टीम पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के किसी अधिकारी से ट्रॉफी नहीं लेगी। पीसीबी चीफ ही एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन हैं, लिहाजा हमारे खिलाड़ियों ने उनसे ट्रॉफी या मेडल स्वीकार नहीं किया।
इसका मतलब ये नहीं कि नकवी भारत की ट्रॉफी या मेडल पाकिस्तान ले जाने के हकदार हो जाएंगे। नवंबर में आईसीसी की कॉन्फ्रेंस है। हम वहां नकवी की हरकत पर कड़ी आपत्ति जताएंगे। उम्मीद है कि हमारी ट्रॉफी हमें जल्द मिल जाएगी।