बरेली: आम आदमी पार्टी का 16 सदस्यीय डेलिगेशन मंगलवार (07 अक्टूबर) को बरेली बवाल के पीड़ितों से मिलने आ रहा था, लेकिन उससे पहले ही कई जिलों में पुलिस ने सभी नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया। सभी नेताओं के घरों के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया है।
मेरठ के AAP जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा, बीजेपी सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह विफल रही है। अगर कोई पुलिसिया अत्याचार और बुलडोजर से पीड़ित लोगों से मिलने बरेली जाने की कोशिश करे, तो योगीजी की पुलिस पूरी तत्परता से उन्हें रोकने पहुंच जा रही है। योगी सरकार अपनी नाकामी छिपा रही है।
डॉ. छवि यादव बोलीं- रात 11 बजे मेरे आवास पर पुलिस पहुंची
गाजियाबाद में पिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. छवि यादव को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा- अभी रात के 11 बज रहे हैं। मेरे आवास पर पुलिस के अधिकारी बैठे हैं। योगीजी से मेरा सवाल है कि जितनी तत्परता से हमें बरेली जाने से रोका जा रहा। हमें बार-बार परेशान किया जा रहा।
उन्होंने कहा कि परिवार को परेशान किया जा रहा, इतनी ही तत्परता महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने में लगाए तो प्रदेश अपराधमुक्त हो। मैं योगी और मोदीजी से इतना ही कहूंगी कि तानाशाही का अंत जरूर होता है। पुलिस के दम पर आप बहुत समय तक शासन नहीं चला सकते।
ऐसी तत्परता अपराधियों पर दिखाएं तो अपराधमुक्त प्रदेश हो: मेरठ जिलाध्यक्ष
मेरठ के AAP जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा, भाजपा सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह विफल रही है। अगर कोई पुलिसिया अत्याचार और बुलडोजर से पीड़ित लोगों से मिलने बरेली जाने की कोशिश करे, तो योगीजी की पुलिस पूरी तत्परता से उन्हें रोकने पहुंच जा रही है। आज सुबह 5 बजे ही पुलिस घर पहुंची और हमें हाउस अरेस्ट कर लिया। योगी सरकार अपनी नाकामी छिपा रही है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी, काश, इतनी ही तत्परता अगर अपराधियों के खिलाफ दिखाई होती, तो आज उत्तर प्रदेश अपराधमुक्त होता।
रामपुर में मोहम्मद हैदर बोले- पुलिस AAP नेताओं को रोकने में व्यस्त
रामपुर में रुहेलखंड प्रांत के अध्यक्ष मोहम्मद हैदर ने कहा- देखिए, योगी सरकार ने पुलिस को किस काम में लगा रखा है। अपराध रोकने के बजाय पुलिस AAP नेताओं को बरेली जाने से रोकने में लगी है। हमारे प्रदेश प्रवक्ता फैसल खान लाला के घर पर पुलिस का कड़ा पहरा है।
AAP डेलिगेशन का बरेली में पूरा कार्यक्रम क्या था?
- बरेली पहुंचकर बवाल में घायल लोगों से मुलाकात करना।
- जिनकी दुकानों, गैराज और चार्जिंग स्टेशनों पर बुलडोजर चले, उनसे मुलाकात।
- सील की गई प्रॉपर्टी और प्रभावित इलाकों का निरीक्षण।
- जिस इलाकों में बवाल हुआ, वहां के स्थानीय लोगों और व्यापारियों से बातचीत ।
- पुलिस की कार्रवाई और प्रशासनिक रवैये पर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करना।
- पीड़ित परिवारों से मिलकर उनकी शिकायतें और सबूत इकट्ठा करना।
- बरेली के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात।
- पूरी घटना पर तथ्यात्मक और सबूत के साथ रिपोर्ट तैयार कर पार्टी नेतृत्व को सौंपना।
बरेली जाने वाले AAP डेलिगेशन के 16 नेता