उत्तर प्रदेश, राजनीति

बरेली में एक लाख का इनामी डकैत एनकाउंटर में मारा गया, सात जिलों में था आतंक

बरेली में एक लाख का इनामी डकैत एनकाउंटर में मारा गया, सात जिलों में था आतंक

बरेली: बरेली पुलिस की एसओजी टीम ने एक लाख रुपये के इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तेखार को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। गुरुवार को हुई इस मुठभेड़ में एसओजी के हेड कॉन्स्टेबल राहुल को भी गोली लगी है। एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक, आज सुबह 5.30 बजे पुलिस ने भोजीपुरा थाने में नैनीताल हाईवे किनारे बिलवा पुल के पास डकैत शैतान (37) को घेरा तो उसने टीम पर फायरिंग कर दी।

डकैत शैतान ने पुलिस पर 17 राउंड फायरिंग की। बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की। एक गोली उसके सीने और एक खोपड़ी के पार हो गई।  पुलिस उसे जिला अस्पताल ले आई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसका एक साथी फरार हो गया है। डकैत शैतान पर 7 जिलों में हत्या और डकैती जैसी गंभीर धाराओं में 19 मुकदमे दर्ज थे। पुलिस रिकॉर्ड में उसके 14 नाम और 5 एड्रेस मिले हैं। बदमाश का 7 जिलों (बरेली, बहराइच, गोंडा, हरदोई, बाराबंकी, मेरठ, गौतमबुद्धनगर) में आतंक था।

ऐसे मिली जानकारी

09 अक्टूबर की सुबह करीब 04.30 बजे बारादरी थाने के एसएचओ धनंजय पाण्डेय को मुखबिर से सूचना मिली कि एक लाख रुपये का इनामी कुख्यात सोल्जर अपने एक साथी के साथ बिना नम्बर की बाइक से बीसलपुर रोड होते हुए बरेली स्थित बीसलपुर चौराहा की ओर आ रहा है। सूचना मिलते ही एसएचओ अपनी टीम के साथ बीसलपुर चौराहे पर पहुंचकर चेकिंग शुरू कर दी।

इसी दौरान बाइक सवार दोनों अपराधियों ने पुलिस को घिरा देख फायरिंग शुरू कर दी और लालपुर चौराहा होते हुए हाईवे की ओर भागने लगे। एसएचओ बारादरी ने तुरंत आसपास के थाना इज्जतनगर, भोजीपुरा और एसओजी टीमों को सूचना दी। एसएचओ इज्जतनगर बिजेन्द्र सिंह और एसएचओ भोजीपुरा प्रवीण कुमार सोलंकी की टीमें और एसओजी प्रथम और द्वितीय भी सक्रिय हो गईं।

बाइक, पिस्टल और 17 कारतूस बरामद

बातचीत में एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि पुलिस ने डकैत शैतान की बाइक, एक पिस्टल, 32 बोर की 17 कारतूस और 2 मैगजीन बरामद की है। आधार कार्ड, दो हेलमेट और 28,300 रुपये नकद भी मिले हैं। पुलिस मौके से सबूत जुटा रही है। एक अज्ञात बदमाश जो फरार हो गया है, उसकी तलाश में भी पुलिस की अलग-अलग टीमें लगी हैं।

उन्‍होंने बताया कि यह शातिर अपराधी था। इसने 14 अलग-अलग नामों का इस्तेमाल कर अपराध किए। पुलिस को गुमराह करने और मुकदमों में फायदा उठाने के लिए अलग-अलग नामों का इस्तेमाल करता था। पुलिस रिकॉर्ड में अभी तक इसके पांच एड्रेस भी सामने आए हैं। इस पर डकैती और मर्डर के चार मुकदमों समेत सात जिलों में 19 केस दर्ज हैं।

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