लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संगठनात्मक चुनाव के तहत जिलाध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। ऐसे में 7 जनवरी से 10 जनवरी तक उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे। इस दौरान केवल वे सदस्य नामांकन कर सकेंगे, जो पार्टी की वैचारिक पृष्ठभूमि से जुड़े हों और कम से कम दो बार पार्टी के सक्रिय सदस्य रह चुके हों। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा आम सहमति के आधार पर जिलाध्यक्षों का चुनाव करेगी। सभी जिला चुनाव अधिकारी अपने-अपने जिलों में चुनाव की तिथि और स्थान की घोषणा करेंगे।
बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में रविवार को आयोजित एक प्रदेश स्तरीय कार्यशाला के दौरान राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया की रूपरेखा साझा की। उन्होंने कहा कि पार्टी की विचारधारा, संस्कार और संगठनात्मक पद्धति ही उसे जीवंत बनाए रखते हैं। संगठनात्मक चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं और अब अगले चरण की प्रक्रिया शुरू हो रही है। कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियों में समय-समय पर बदलाव संगठनात्मक व्यवस्था का हिस्सा है।
भाजपा समर्पित कार्यकर्ता चुने जाएंगे
राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि भाजपा एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है, जो अपनी संगठनात्मक संरचना को पूरी तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अनुरूप संचालित करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा में बूथ स्तर का कार्यकर्ता भी अपनी योग्यता के बल पर शीर्ष पद तक पहुंच सकता है। जिलाध्यक्षों के रूप में समर्पित कार्यकर्ता चुने जाएंगे, जो पार्टी के अभियानों, कार्यक्रमों और विचारधारा को मजबूत करेंगे।
महिला और पिछड़े वर्ग को भी मिली प्राथमिकता
चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित वर्ग और महिला कार्यकर्ताओं को मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही बचे हुए जिलों में भी मंडल अध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा के हर कार्यकर्ता की पहचान समाज में एक राष्ट्रवादी, संस्कारी और सेवाभावी व्यक्ति के रूप में होती है। संगठनात्मक चुनाव के माध्यम से योग्य कार्यकर्ताओं को नेतृत्व सौंपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए नेतृत्व तैयार करने में सहायक होगी।
इसके अलावा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि सभी जिला चुनाव अधिकारी अपने-अपने जिलों में चुनाव की तिथि और स्थान की घोषणा पहले से सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा का आगामी कार्यक्रम ‘संविधान गौरव अभियान’ होगा, जिसके तहत कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनसंपर्क करेंगे। इस अभियान में पार्टी के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक शामिल होंगे। कार्यशाला में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश सह चुनाव पर्यवेक्षक संजय भाटिया और संजीव चौरसिया भी उपस्थित रहे।