जयपुर: जयपुर में शुक्रवार (20 दिसंबर) सुबह अजमेर हाईवे पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने एलपीजी गैस से भरे टैंकर में धमाका हो गया। इस हादसे में सात लोग जिंदा जल गए और 35 लोग झुलसे हैं। टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मारी थी। टैंकर से बाहर निकलने के बाद 200 मीटर दूर तक गैस फैल गई और अचानक आग पकड़ ली। इसके साथ ही पूरा इलाका आग का गोला बन गया। जानकारी के मुताबिक, टैंकर सुबह करीब अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा था। सुबह करीब 5.44 मिनट पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने से वह वापस अजमेर की ओर यू-टर्न ले रहा था। इसी दौरान जयपुर से आ रहा ट्रक टैंकर से भिड़ गया।
इस हादसे में 40 से ज्यादा गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। कई गाड़ियां ऐसी थीं जिनमें से लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे के किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई। धमाके और आग के कारण हाईवे बंद किया गया है। हादसे की जगह गैस फैलने से रेस्क्यू में काफी परेशानी आई।
#WATCH | Bhankrota Fire Accident | Jaipur, Rajasthan | An eyewitness says, "When we woke up at 5.30 in the morning, we heard a blast. Those who were able to, they jumped out of the bus and those who couldn't, were burned there. A whole lane of 100-200 metres was burned." pic.twitter.com/yNlU15htzk
— ANI (@ANI) December 20, 2024
100 मीटर दूर थी क्रूड ऑयल की पाइप लाइन
गेल इंडिया लिमिटेड के डीजीएम (फायर एंड सेफ्टी) सुखांत कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर गेल की पाइप लाइन गुजर रही है। यहां बीपीसीएल का एलपीजी से भरा टैंकर जा रहा था। जिसे लोडेड कंटेनर ने आकर टक्कर मारी, जिससे लिक्विड रूप में एलपीजी निकल कर फैल गई। इस वजह से यह पूरा एरिया आग का गोला (फायर बॉल) बन गया।
सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि हादसे के कारण जब एलपीजी बाहर आई तो उसने अपने आप आग पकड़ ली, क्योंकि जब टक्कर लगी तो स्पार्क हुआ था। ब्लास्ट की सूचना मिलते ही 30 से ज्यादा एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। सभी घायलों को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा सहित कई मंत्रियों ने घटनास्थल पर हादसे के कारणों की जानकारी ली।