हाथरस: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुरुवार (12 दिसंबर) को हाथरस दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिले। उन्होंने 45 मिनट तक परिवार से बातचीत की। राहुल ने अचानक दौरे का प्लान बनाया। सुबह 7 बजे दिल्ली से हाथरस के लिए निकले। राहुल पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद हाथरस के बूलगढ़ी गांव से रवाना हो गए।
#WATCH उत्तर प्रदेश: लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2020 की घटना में बलात्कार पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद हाथरस के बूलगढ़ी गांव से रवाना हुए। pic.twitter.com/3v7RPv7hav
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2024
बता दें कि इसी साल 2 जुलाई को लड़की के पिता ने राहुल को चिट्ठी लिखी थी। इसमें कहा था- 4 साल से कैद में हूं, न कोई रोजगार है, न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा है। सरकार ने वादे भी पूरे नहीं किए।
चार साल पहले घटी थी घटना
हाथरस में 4 साल पहले 14 सितंबर, 2020 को दलित युवती के साथ दरिंदगी हुई थी। 29 सितंबर, 2020 को युवती ने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने घरवालों की सहमति के बिना युवती का रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया था। मामला देशभर में सुर्खियों में रहा। यूपी पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हुए तो इसकी जांच CBI को सौंपी गई थी।
पीड़ित लड़की का भाई बोला- राहुल हम लोगों से मिलने आ रहे
पीड़ित लड़की के भाई ने बताया- SDM हाथरस नीरज शर्मा कल मेरे घर की पैमाइश करने आए थे। अभी तक हमारी दो मांगों पूरी नहीं हुई। पहली- हाथरस के बाहर एक घर, दूसरी- परिवार के एक सदस्य को नौकरी। इस मामले की जानकारी राहुल गांधी को मिली है। इसी को लेकर वह हमसे मिलने आ रहे हैं।
पिता ने राहुल गांधी को लिखा था पत्र
जुलाई में लड़की के पिता ने राहुल गांधी को पत्र लिखा था। इसमें कहा था कि सरकार ने जो वादे किए थे, उसे पूरे नहीं किए। परिवार सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा में कैद है। न कोई रोजगार है, न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा है। घर में तीन बेटियां हैं, उनकी पढ़ाई-लिखाई तक नहीं हो पा रही। परिवार की मानसिक स्थिति बहुत ही खराब चल रही है।