संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार (24 नवंबर) को हिंसा भड़क गई, जिसमें चार युवकों की मौत हो गई। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी। पुलिस अधीक्षक सहित 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। हिंसा के आरोप में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। 400 से ज्यादा लोगों पर FIR की गई है। सभी मृतकों को देर रात ही सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
हिंसा के बाद 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया। सभी स्कूल आज बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, ‘आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाया जाएगा।’ इधर, मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि, कमिश्नर ने कहा, ‘पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में युवकों की जान गई है।’
सर्वे के दौरान भड़की हिंसा
रविवार सुबह 6:30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम को देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा।
हिंसा प्रभावित इलाके में ज्यादातर घरों में ताले बंद
संभल में जहां हिंसा हुई थी, वहां ज्यादातर लोग घर छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। इलाके में ज्यादातर घरों में ताले लटके हुए हैं। गलियों में सिर्फ पुलिस फोर्स है।
मुसलमान संयम बरतें, नुकसान उन्हीं का होगा: एसटी हसन
उधर, मुरादाबाद के पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा- अगर हिंदु मुसलमान के बीच की ये सियासत बंद नहीं की गई तो आने वाली नस्लें खतरें में पड़ जाएंगी। मुस्लिमों से संयम बरतने की अपील की। कहा कि खरबूजा छुरी के ऊपर गिरे या छुरी खरबूजे के ऊपर गिरे, कटना खरबूजे को ही होता है। हर स्थिति में नुकसान उन्हीं का होना है। उन्होंने कहा, संभल में रविवार सुबह कुछ अफवाहें फैलीं। जिसकी वजह से लोग भड़क गए। उन्होंने उत्तेजित होकर पथराव कर दिया। हसन ने कहा कि ये अफवाह फैली थी कि सर्वे करने वाली टीम सुबह मस्जिद में आई और उसने मौलाना से कुछ बदसलूकी की। हालांकि ये बात महज एक अफवाह ही निकली। मुसलमानों को उकसाने की कोशिशें होंगी, लेकिन उन्हें अपने ऊपर काबू रखना होगा। अगर वो बहके तो उन्हीं का नुकसान होगा। ऐसी घटनाएं हिंदुस्तान को 500 साल पीछे खींचकर ले जाएंगी।