लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (15 नवंबर) को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर उनके सम्मान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जनजाति भागीदारी उत्सव में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री असीम अरुण, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम भी मौजूद रहे। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, गोमती नगर में सुबह 9 बजे हुआ। इसमें बड़ी संख्या में जनजातीय प्रतिनिधि, सांस्कृतिक कलाकार, और गणमान्य लोग शामिल हुए।
समाज के लिए प्रेरणा थे बिरसा मुंडा
सीएम योगी ने अपने संबोधन में भगवान बिरसा मुंडा की वीरता और जनजातीय समाज के प्रति उनके योगदान का स्मरण किया। उन्होंने कहा, भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय समाज के एक प्रेरणा स्रोत रहे हैं, जिन्होंने न केवल अपनी संस्कृति और अस्तित्व की रक्षा की, बल्कि समाज को भी प्रेरित किया। उनका जीवन हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है। इस आयोजन में विभिन्न जनजातीय सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें नृत्य, संगीत और कला के माध्यम से जनजातीय संस्कृति की झलक देखने को मिली।
जय जोहार…
'धरती आबा' भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती व जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आज लखनऊ में आयोजित 'अंतर्राष्ट्रीय जनजाति भागीदारी उत्सव' के शुभारंभ कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
हमारे जनजातीय समुदाय, उनकी कला, परंपरा और उनके अंदर धरती माता के प्रति जो अनुराग का भाव है,… pic.twitter.com/p3IUlgSb3P
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 15, 2024
इसके साथ ही, जनजातीय विकास और संरक्षण के लिए कई योजनाओं और योजनाबद्ध कार्यों की भी चर्चा की गई, जिससे जनजातीय समाज का सशक्तिकरण हो सके। उत्सव में देश-विदेश के जनजातीय प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, जो इस आयोजन को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्वरूप प्रदान करता है। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जनजातीय समाज के विकास और संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
सीएम योगी की बड़ी बातें
- मातृभूमि के प्रति त्याग, निष्ठा और वीरता की प्रेरणा का स्रोत है जनजातीय समुदाय।
- जनजातीय समाज भारत का मूल संप्रदाय, मातृभूमि के प्रति सर्वोच्च निष्ठा का प्रतीक।
- भगवान बिरसा मुंडा के आदर्श हमें एक भारत श्रेष्ठ भारत की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
- जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण और उनकी सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है यह महोत्सव।
- भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरणा लेकर जनजातीय समाज को सशक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही डबल इंजन सरकार।
- जनजातीय संस्कृति का संरक्षण और विकास के लिए चल रही विशेष योजनाएं।
- अपने समुदाय के अधिकारों की रक्षा और स्वाधीनता के लिए भगवान बिरसा मुंडा ने किया संघर्ष।
- जनजातीय समाज की सशक्तीकरण के लिए सदैव तत्पर है डबल इंजन की सरकार।
- जनजातीय समाज के शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में ठोस कदम उठा रही सरकार।
जनजातीय समाज के विकास की योजनाओं पर जोर
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय समाज के गौरव हैं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा और अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए संघर्ष किया। उन्होंने बताया कि सरकार जनजातीय समाज को आवास योजना सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने में जुटी है।
उन्होंने कहा, साल 2017 के बाद से जनजातीय समाज को योजनाओं का वास्तविक लाभ मिलना शुरू हुआ है। पहले ये समाज सरकारी योजनाओं से वंचित थे, लेकिन अब इनके विकास के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में आज का दिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की परंपरा को बनाए रखने पर जोर दिया।