लखनऊ: राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में डायबिटीज मरीजों के लिए अलग से डेडिकेटेड ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है। यहां डायबिटीज के हर तरह के मरीजों का इलाज होगा। तमाम स्पेशियलिटी के एक्सपर्ट डॉक्टर डायबिटीज और इससे कारण होने वाले रोगों का इलाज करेंगे। संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि एंडोक्राइनोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, नेत्र रोग विशेषज्ञ, ऑर्थोपेडिक, लीवर और लंग्स जैसे रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक इलाज करेंगे।
एसजीपीजीआई में एडवांस डायबिटीज सेंटर की बिल्डिंग लोकसभा चुनाव से पहले ही बनकर तैयार हो गई थी। विदेश की तरह डेवलप किए गए इस हाईटेक संस्थान की सबसे बड़ी खूबी यहां मिलने वाला इलाज होगा। डायबिटीज मरीजों को आंख, गुर्दा और डायबिटिक फुट समेत अन्य परेशानियों का इलाज एक छत के नीचे ही मिल सकेगा।
500 करोड़ में बनेगा एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 500 करोड़ की लागत से बनने वाले एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर का भी शिलान्यास किया। इस सेंटर में गर्भ में पल रहे भ्रूण की जांच से लेकर 12 साल के उम्र तक के बच्चों में होने वाली बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इसमें बेहद एडवांस सेंटर में बच्चों के 24 विभागों समेत 2 यूनिट की स्थापना की जाएगी। इसके लिए 123 फैकल्टी और 185 सीनियर रेजिडेंट्स की भी नियुक्ति की जाएगी।
एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमन ने बताया कि 440 बेड पर मेडिकल कॉलेज तैयार होते हैं, पर इस एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में 573 बेड होंगे। सेंटर पर बच्चों के लिए सुपर स्पेशियलिटी के नियोनेटल, गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी सर्जरी, इंडोक्राइनोलॉजी, क्रिटिकल केयर, ऑन्कोलॉजी, आर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी समेत कुल 24 विभाग खुलेंगे।